JAIPUR. विधानसभा चुनाव के परिणाम अब सामने आ चुके हैं। ऐसे में कहा जा रहा है कि वहां राज तो बदला, लेकिन रिवाज नहीं बदला। बीजेपी ने सत्ता में वापसी कर ली है, लेकिन इन सब के बीच एक प्रत्याशी काफी चर्चे में है। जो कि शिव सीट से चुनाव जीतने वाले केवल 26 साल के युवा रवींद्र सिंह भाटी है जिन्होंने बीजेपी-कांग्रेस के कद्दावर नेताओं को प्रचंड बहुमत से मात दी।
बीजेपी की 115 सीटों पर जीत
बता दें कि बीजेपी ने सत्ताधारी पार्टी कांग्रेस के खिलाफ बड़ी जीत हासिल की और 115 सीट अपने नाम किए। इस विधानसभा चुनाव में शिव सीट पर 26 साल के युवक रवींद्र सिंह भाटी ने बीजेपी और कांग्रेस को 3950 वोटों से पछाड़ते हुए बड़ी जीत हासिल की है। बीजेपी में शामिल होने के बाद महज 9 दिनों में बागी हुए रवींद्र भाटी ने अपने पहले ही चुनाव में बाजी मारी ली। उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा था कि 'वो एक कंकड़ हैं और इस बार घड़ा फोड़ देंगे। ऐसे में माना जा रहा है कि उन्होंने जो कहा वो करके भी दिखाया।
टिकट न मिलने पर लिया निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला
राजस्थान में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले रवींद्र सिंह भाटी ने 28 अक्टूबर 2023 को BJP ज्वाइन की थी। इसके बाद ही वो सिर्फ नौ दिनों बाद बागी हो गए। शिव विधानसभा सीट पर रवींद्र सिंह भाटी ने बीजेपी के स्वरूप सिंह खारा, कांग्रेस के अमीन खां जैसे कद्दावर नेताओं को धूल चटाकर मैदान में बाजी मार ली। साल 2018 में कांग्रेस के टिकट पर अमीन खां यहां से विधानसभा चुनाव जीते थे। जानकारी के मुताबिक भाटी ने बीते साल ‘रन फॉर रेगिस्तान’ नाम की मैराथन निकालकर हजारों की संख्या में युवाओं को इकठ्ठा कर अपना शक्ति प्रदर्शन भी किया था लेकिन बीजेपी ने जब टिकट देने से इनकार किया तो वो महज 9 दिनों में बागी हो गए। इसके बाद रवींद्र सिंह भाटी ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला लिया और सेब के चुनाव चिह्न पर जीत हासिल कर मीडिया की सुर्खियां बन गए हैं।