मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में भोपाल संभाग का ऊंट किस करवट बैठेगा ?

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Rahul Garhwal
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मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में भोपाल संभाग का ऊंट किस करवट बैठेगा ?

मिलिंद बायवार, BHOPAL. मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में भोपाल संभाग में ऊंट किस करवट बैठेगा ये तो चुनाव परिणाम आने के बाद ही साफ होगा। फिर भी अभी चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस और बीजेपी के सामने जो हालात बन रहे हैं, उन्हें देखकर पता चलता है कि दोनों ही दलों में कई जगह नाराजगी देखन को मिल रही है। वहीं कई सीटें ऐसी हैं जहां कांटे का मुकाबला है। कुछ सीटें ऐसी भी हैं जहां दलों की स्थित साफ दिख रही है। जानते हैं भोपाल संभाग की 25 सीटों का हाल।

भोपाल की 7 सीटों पर कांग्रेस और बीजेपी की स्थिति

गोविंदपुरा

यहां से बीजेपी ने कृष्णा गौर को प्रत्याशी बनाया है। कृष्णा गौर का मुकाबला कांग्रेस के रवींद्र साहू से है। इस सीट पर कृष्णा गौर के सामने अपने ससुर और पूर्व सीएम बाबूलाल गौर की सीट बचाने की चुनौती है। हालांकि यहां यादव और ब्राह्मण वोटर्स निर्णायक हैं, जिनकी संख्या 25 फीसदी के आसपास है। इस सीट पर हिंदुत्व के मुद्दे का असर भी है। ऐसे में यहां कृष्णा गौर की स्थिति अच्छी कही जा सकती है।

भोपाल मध्य

यहां से बीजेपी ने ध्रुवनारायण सिंह को प्रत्याशी बनाया है। ध्रुवनारायण का मुकाबला कांग्रेस के आरिफ मसूद से है। इस सीट पर कांटे का मुकाबला दिखाई दे रहा है। हालांकि यहां मुस्लिम वोटर्स निर्णायक हैं।

भोपाल उत्तर

यहां से बीजेपी ने आलोक शर्मा को मैदान में उतारा है। आलोक शर्मा का मुकाबला कांग्रेस के आतिफ अकील से है। आरीफ अकील को कांग्रेस ने टिकट नहीं दिया है। यहां कांग्रेस के नासिर इस्लाम की नाराजगी भी देखने को मिल रही है। ऐसे में आलोक शर्मा को फायदा हो सकता है। हालांकि यहां मुस्लिम वोटर्स निर्णायक हैं।

भोपाल दक्षिण-पश्चिम

यहां से बीजेपी ने भगवानदास सबनानी को प्रत्याशी बनाया है। सबनानी का मुकाबला कांग्रेस के पीसी शर्मा से है। यहां बीजेपी ने उमाशंकर गुप्ता का टिकट काटा है। ऐसे में कांग्रेस के पीसी शर्मा की राह आसान बताई जा रही है। यहां बीजेपी में सबसे ज्यादा नाराजगी है। बीजेपी के कई नेता सबनानी का विरोध कर रहे हैं।

नरेला

यहां से बीजेपी ने फिर से विश्वास सारंग पर भरोसा जताया है। सारंग का मुकाबला कांग्रेस के मनोज शुक्ला से है। इस सीट पर भी हिंदुत्व का मुद्दा असरकारक है। साथ ही विकास का फायदा भी विश्वास सारंग उठा सकते हैं। कुल मिलाकर बीजेपी यहां मजबूत स्थिति में कही जा रही है। हालांकि यहां मुस्लिम फैक्टर भी असर डाल सकता है।

बैरसिया

यहां से बीजेपी ने विष्णु खत्री को मैदान में उतारा है। खत्री का मुकाबला कांग्रेस की जयश्री हरिकरण से है। यहां कांग्रेस को भितरघात की आशंका है। कांग्रेस नेता राम मेहर पार्टी से नाराज बताए जा रहे हैं।

हुजूर

यहां बीजेपी ने रामेश्वर शर्मा को प्रत्याशी बनाया है। रामेश्वर शर्मा का मुकाबला कांग्रेस के नरेश ज्ञानचंदानी से है। यहां भी कांग्रेस को भितरघात की आशंका है। पूर्व एमएलए जितेंद्र डागा की बगावत की वजह से यहां कांग्रेस के लिए मुश्किल खड़ी हो सकती है। डागा निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं।

सीहोर जिले की 4 सीटों पर बीजेपी और कांग्रेस की स्थिति

सीहोर

यहां बीजेपी ने विधायक सुदेश राय को प्रत्याशी बनाया है। सुदेश राय का मुकाबला कांग्रेस के शशांक सक्सेना से है। इस सीट पर विधायक सुदेश राय से लोग नाराज बताए जा रहे हैं। हालांकि सीएम शिवराज सिंह चौहान के प्रभाव के चलते बीजेपी को फायदा हो सकता है।

बुधनी

इस सीट से खुद सीएम शिवराज सिंह चौहान बीजेपी के प्रत्याशी हैं। शिवराज का मुकाबला कांग्रेस के विक्रम मस्ताल से है। शिवराज के लिए ये सीट जीतना बहुत आसान है।

इछावर

यहां से बीजेपी ने करण सिंह वर्मा को टिकट दिया है। वर्मा का मुकाबला कांग्रेस के शैलेंद्र पटेल से है। यहां भी सीएम शिवराज का प्रभाव बताया जा रहा है।

आष्टा

यहां बीजेपी ने गोपाल सिंह को मैदान में उतारा है। गोपाल सिंह का मुकाबला कांग्रेस के कमल चौहान से है। यहां बीजेपी ने विधायक रघुनाथ सिंह का टिकट काटा है। रघुनाथ सिंह की बीजेपी से नाराजगी गोपाल सिंह को नुकसान पहुंचा सकती है।

विदिशा जिले की 5 सीटों पर बीजेपी और कांग्रेस की स्थिति

विदिशा

यहां से बीजेपी ने मुकेश टंडन को प्रत्याशी बनाया है। टंडन का मुकाबला कांग्रेस के शशांक भार्गव से है। यहां बीजेपी को भितरघात का खतरा सता रहा है। इस सीट से बीजेपी के 3 दावेदारों की नाराजगी देखने को मिल रही है।

सिरोंज

बीजेपी ने यहां से उमाकांत शर्मा को टिकट दिया है। शर्मा का मुकाबला कांग्रेस के गगनेंद्र रघुवंशी से है। यहां गगनेंद्र रघुवंशी को लेकर कांग्रेस के अंदर ही नाराजगी देखने को मिल रही है। बीजेपी को इससे फायदा हो सकता है।

शमशाबाद

यहां बीजेपी की तरफ से सूर्यप्रकाश मीणा चुनाव लड़ रहे हैं। मीणा का मुकाबला कांग्रेस के सिंधु विक्रम सिंह से है। यहां से बीजेपी ने विधायक राजश्री का टिकटा काटा है। राजश्री की नाराजगी से बीजेपी को नुकसान हो सकता है।

कुरवाई

यहां बीजेपी की तरफ से हरिसिंह सप्रे मैदान में हैं। सप्रे का मुकाबला कांग्रेस की रानी अहिरवार से है। मतदाताओं में रानी अहिरवार का भी अच्छा प्रभाव देखा जा रहा है। यहां मुकाबला कांटे का है।

बासौदा

यहां बीजेपी ने हरिसिंह रघुवंशी को प्रत्याशी बनाया है। रघुवंशी का मुकाबला कांग्रेस के निशंक जैन से है। यहां बीजेपी की लीना जैन टिकट कटने से नाराज हैं।

रायसेन जिले की 4 सीटों पर बीजेपी और कांग्रेस की स्थिति

सांची

बीजेपी ने यहां से डॉ. प्रभुराम चौधरी को टिकट दिया है। चौधरी का मुकाबला कांग्रेस के जीसी गौतम से है। 2018 के चुनाव में यहां से बीजेपी ने भारी मतों से जीत दर्ज की थी।

सिलवानी

यहां बीजेपी की ओर से रामपाल सिंह मैदान में हैं। रामपाल का मुकाबला कांग्रेस के देवेंद्र पटेल से है। यहां सत्ता विरोधी लहर देखी जा रही है।

उदयपुरा

यहां से बीजेपी के नरेंद्र शिवाजी पटेल मैदान में हैं। नरेंद्र शिवाजी का मुकाबला कांग्रेस के देवेंद्र पटेल गडरवास से है। दोनों प्रत्याशियों का अच्छा प्रभाव देखने को मिल रहा है। यानी यहां कांटे का मुकाबला है।

भोजपुर

यहां से बीजेपी ने सुरेंद्र पटवा को मैदान में उतारा है। पटवा का मुकाबला कांग्रेस के राजकुमार पटेल से है। हालांकि पटवा के नामांकन फॉर्म में पूरी जानकारी नहीं देने की वजह से असमंजस है। उनके फॉर्म पर 1 नवंबर को फैसला होगा। वहीं पटवा को लेकर बीजेपी में भी नाराजगी देखी जा रही है।

राजगढ़ जिले की 5 सीटों पर बीजेपी और कांग्रेस की स्थिति

राजगढ़

बीजेपी की ओर से अमरसिंह यादव मैदान में हैं। यादव का मुकाबला कांग्रेस के बापू सिंह तंवर से है। यहां सत्ता विरोधी लहर देखी जा रही है।

ब्यावरा

बीजेपी ने यहां से नारायण सिंह पंवार को चुनाव में उतारा है। पंवार का मुकाबला कांग्रेस के पुरुषोत्तम दांगी से है। यहां दांगी मतदाता 16 प्रतिशत के करीब हैं। इससे कांग्रेस प्रत्याशी को फायदा मिल सकता है।

नरसिंहगढ़

यहां बीजेपी ने विधायक राज्यवर्धन सिंह का टिकट काटकर मोहन शर्मा को प्रत्याशी बनाया है। शर्मा का मुकाबला कांग्रेस के गिरीश भंडारी से है। राज्यवर्धन सिंह की नाराजगी बीजेपी के ठीक नहीं कही जा रही।

सारंगपुर

यहां बीजेपी ने मौजूदा विधायक का टिकट काटकर गौतम टेटवाल को प्रत्याशी बनाया है। टेटवाल का मुकाबला कांग्रेस की कला महेश मालवीय से है। बीजेपी को भितरघात की आशंका।

खिलचीपुर

बीजेपी की ओर से हजारीलाल दांगी मैदान में हैं। दांगी का मुकबाला कांग्रेस के प्रियव्रत सिंह से है। यहां प्रचार में बीजेपी सरकारी योजनाएं ही गिना रही है।

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