संजय गुप्ता, INDORE. इंदौर में शुक्रवार शाम से जारी भारी बारिश से हालत खराब हो गए हैं। देर रात इसी बारिश के चलते चोरल नदी में पूर्व मंत्री रंजना बघेल का बेटा यशवर्धन चोरल नदी में फंस गया। 2 घंटे तक वो जिंदगी की लड़ाई लड़ता रहा, आखिर में वो तैरकर बाहर किनारे की ओर आया और गांव वालों और पुलिस की मदद से उसे सुरक्षित निकाल लिया गया। उसके साथ रिश्तेदार तेजस भी था। दोनों सुरक्षित हैं और सुबह पुलिस टीम उन्हें लेकर परिजन को सौंपने के लिए रवाना हो गई है।
थार पलटी और देखते ही देखते पानी में बह गई
स्थानीय रहवासी और कालाकुंड के सरपंच शिव दुबे ने बताया कि धावड़िया में इनका फॉर्म हाउस है, वहां पार्टी कर रहे थे। जानकारी के अनुसार चिकन पार्टी हो रही थी। कुछ सामग्री में कमी आई तो यशवर्धन, अपने रिश्तेदार तेजस और चौकीदार माल्या के साथ थार से चोरल की ओर आए। कालाकुंद-गुंजारा के रास्ते में एक गड्ढे में थार फंस गई और उधर चोरल नदी का बहाव तेज हो गया। चौकीदार माल्या उतर गया, थोड़ी देर में तेजस भी उतर गया, लेकिन यशवर्धन गाड़ी चला रहा था, वो नहीं उतरा। इसी बीच थार पलट गई और बहने लगी, इस दौरान यश गाड़ी से निकल गया, लेकिन चोरल नदी के बहाव में बह गया। बहते हुए उसने एक झाड़ी पकड़ ली। करीब 2 घंटे तक वो वहीं फंसा रहा।
इस तरह किया जीवन से संघर्ष
इस दौरान तेजस ने परिजन को जानकारी दे दी कि कार पलट गई और पानी में फंस गए हैं। प्रशासन को सूचना दी गई, गांव वालों को भी सूचना मिली तो वे बचाव के लिए लग गए। सरपंच शिव दुबे ने लोगों को जमा किया और बचाव के लिए प्रयास करने लगे। वहीं यश को तैरना आता था, जब बहाव तेज होने लगा और उसे लगा कि इतने पानी में टीम नहीं पहुंच पाएगी तो उसने झाडी छोड़कर किनारे की ओर आने की कोशिश की और रात 1 बजे करीब वो किनारे पहुंच गया। वहां गांव वालों की टीम ने उसे रात में ढूंढकर एक चौकीदार के कमरे में रुकवाया। सुबह टीम पहुंची तो उसे सौंपा गया।