हेमन्त रक्षा, KUKSHI DHAR. कुक्षी में बोर्ड लगाकर शिव मंदिर में प्रवेश को लेकर जाति सूचक शब्द लिखे जाने का मामला सामने आया है। यहां बोर्ड लगाकर हरिजनों को मंदिर में जाने से रोका गया। जातिसूचक शब्द लिखे जाने के बाद हरिजन समाज के लोगों ने विरोध जताते हुए धरना दिया। इस मामले में सभी ने मंदिर में कर्ताधर्ता प्रहलाद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई मांग की है। वहीं इस संवेदनशील मामले को लेकर प्रशासन ने मंदिर से बोर्ड को हटा दिया है।
क्या है पूरा मामला
मामला कुक्षी ब्लॉक के लोहरी गांव का है। यहां एक व्यक्ति ने अपने निजी क्षेत्र में बनाए गए नर्मदेश्वर महादेव मंदिर के बाहर बोर्ड लगाया और उस पर पूजन का समय लिखते हुए यह मंदिर सार्वजनिक नहीं है, यह मंदिर निजी है। जिसमें एक समाज विशेष के लिए लिखा है- मंदिर में आना सख्त मना है। जातिसूचक शब्द लिखा यह बोर्ड सोशल मीडिया पर भी वायरल हुआ है। मामले में नाराजगी जताते हुए समाज के लोगों ने बुधवार रात को चक्काजाम कर दिया। उनका कहना है दलित समाज के लोगों को मंदिर में जाने से रोका गया है। साथ जय भीम युवा संगठन, भीम आर्मी मध्यप्रदेश बलाई समाज महासंघ, जयस संगठन के प्रदेश प्रवक्ता महेन्द कन्नौज ने अपने साथियों साथ कूक्षी मनावर रोड पर चक्का जाम कर दिया।
मामले में केस दर्ज, प्रशासन ने हटाया विवादित बोर्ड
चक्काजाम किए जाने के बाद मनावर-कुक्षी मार्ग पर जाम लग गया। मौके पर कुक्षी पुलिस ने ग्रामीणों और संगठन के लोगों को समझाने की कोशिश की। जिसके बाद प्रशासन की टीम ने विवादित बोर्ड को तुरंत हटवा दिया। मामले में जयस संगठन ने मंदिर के कर्ताधर्ता प्रहलाद पिता नाथुलाल के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है। इस दौरान मनावर विधायक हीरालाल अलावा भी लोहारी पहुंचे और मंदिर में प्रवेश का जातिसूचक बोर्ड लगाने का विरोध किया। अलावा ने मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग की है। इधर, एसपी मनोज कुमार सिंह ने बताया कि फ्लैक्स लगाने वाले प्रहलाद विश्वकर्मा के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।