JAIPUR. 26 विपक्षी दलों के गठबंधन इंडिया में आम आदमी पार्टी शामिल है, लेकिन राजस्थान में उसने कांग्रेस के खिलाफ ताल ठोंकने का ऐलान कर दिया है। बड़ी तेज गति से आगे बढ़ रही आम आदमी पार्टी प्रत्याशियों के ऐलान में भी बाजी मार सकती है। पार्टी ने राजस्थान की 26 विधानसभा सीटों पर अपने प्रत्याशी तय कर लिए हैं। माना जा रहा है कि अगले सप्ताह तक उनका ऐलान भी कर दिया जाएगा। पार्टी ने यह भी तय कर दिया है कि वह राजस्थान में किसी के साथ गठबंधन नहीं करेगी।
इन सीटों पर प्रत्याशी तय
आप पार्टी के राजस्थान प्रभारी विनय मिश्रा के मुताबिक श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, जयपुर, सीकर, बांसवाड़ा, दौसा, कोटा, अलवर, टोंक, अजमेर और चुरू के साथ-साथ सवाई माधोपुर जिले की 26 सीटों पर उम्मीदवार तय हो चुके हैं। मिश्रा ने बताया कि पार्टी उम्मीदवारों की 3 से 4 लिस्ट जारी करेगी। पहली सूची 25 अगस्त से पहले जारी कर दी जाएगी। मिश्रा ने कहा कि पार्टी ने तय किया है कि उम्मीदवारों को चुनाव लड़ाने से पहले विधानसभा प्रभारी बनाया जाएगा।
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मतलब जो विधानसभा प्रभारी बनेंगे उनकी टिकट लगभग पक्की मानी जाएगी। एक माह तक संगठन विस्तार का जिम्मा देकर परफॉर्मेंस चैक की जाएगी और फिर उम्मीदवार घोषित कर दिया जाएगा। संभावना यह भी जताई जा रही है खराब परफॉर्मेंस वाले विधानसभा प्रभारियों का पत्ता काटा भी जा सकता है।
राजस्थान में गठबंधन नहीं
विनय मिश्रा ने साफ कर दिया है कि पार्टी राजस्थान में विधानसभा चुनाव को लेकर पूरी तरह से गंभीर है। इंडिया गठबंधन को लेकर किसी प्रकार का संशय नहीं होना चाहिए कि हम पीछे हटेंगे। पार्टी गुजरात से सटे राजस्थान के इलाकों पर ज्यादा फोकस कर रही है। उसका मानना है कि गुजरात में पार्टी की परफॉर्मेंस का लाभ गुजरात से सटे इलाकों में उसे जरूर फायदा दिलाएगा। पहली लिस्ट में भी इन्हीं इलाकों की सीटों के विधानसभा प्रभारी घोषित किए जाएंगे।
31 अगस्त को होनी है इंडिया गठबंधन की बैठक
31 अगस्त को मुंबई में इंडिया गठबंधन की बैठक होने जा रही है, उससे पहले ही आम आदमी पार्टी विधानसभा प्रभारियों या कहें कि विधानसभा उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर चुकी होगा। अब देखना यह होगा कि पार्टी के इस कदम का विपक्षी गठबंधन की बैठक में क्या असर देखने को मिलेगा? बता दें कि पटना बैठक के बाद अरविंद केजरीवाल अचानक वापस चले गए थे और प्रेस कॉन्फ्रेंस से खुदको अलग रखा था, दिल्ली सेवा बिल दोनों सदनों से पास हो चुका है, अब देखना यह होगा कि आम आदमी पार्टी के राजस्थान में ताल ठोंकने का इंडिया गठबंधन पर कोई असर होता है या नहीं?