BHOPAL, GUNA. गुना में हुए हृदयविदारक बस हादसे के बाद मोहन सरकार एक्शन में आ गई। मामले में सीएम मोहन यादव के निर्देश के बाद ताबड़तोड़ कार्रवाई जारी है। आरटीओ और सीएमओ के निलंबन के बाद कलेक्टर और एसपी पर कार्रवाई की गाज गिरी है। वहीं प्रशासन की टीम ने सड़क पर दौड़ रही बसों और वाहनों की जांच शुरू कर दी है। वहीं हादसे के शिकार हुई बस को बड़ा खुलासा भी हुआ है। जिसके बाद सिकरवार ट्रेवल्स की बसों की जांच की गई।
हादसे के बाद सीएम मोहन के निर्देश पर प्रशासन एक्शन में दिखाई दिया। गुरुवार को यातायात विभाग और पुलिस प्रशासन ने बस मालिक के खिलाफ कार्रवाई की, प्रशासन ने सिकरवार ट्रेवल्स की 6 बसों को जब्त कर लिया। सिकरवार ट्रेवल्स यह जांच में अनफिट पाई गई, जिसके बाद इस बसों को क्रेन की मदद से पुलिस लाइन भेजा गया।
हादसे को लेकर बजरंगगढ़ थाने में केस दर्ज
इधर हादसे को लेकर बजरंगगढ़ थाना पुलिस ने हादसे वाले डंपर चालक, बस मालिक और बस चालक के खिलाफ केस दर्ज किया। थाना प्रभारी ने मामले में एफआईआर दर्ज कराई है। घटना में तीन लोगों को आरोपी बनाया गया है, जिसमें बस के मालिक भानूप्रताप सिंह सिकरवार का नाम भी शामिल है। उन पर अनियमित्ताएं के साथ बस परिवहन कराने का केस दर्ज किया गया है।
15 साल पुरानी बस, न फिटनेस, न बीमा
बता दे कि गुना से 20 किमी दूर आरोन रोड पर सिकरवार ट्रेवल्स की जो बस भयानक आग हादसे का शिकार हुई उस बस का बीमा ढाई साल पहले खत्म हो चुका था। साथ ही बस का फिटनेस भी नहीं था। बस क्रमांक एमपी 08-पी-0199 का रजिस्ट्रेशन 15 साल तीन माह पहले हुआ था। उसका फिटनेस खत्म हो चुका था, जो 17 फरवरी 2022 तक ही वैध था। इसी तरह टैक्स की वैधता भी जुलाई 2022 में खत्म हो चुकी है। पीयूसी तो बना ही नहीं है। इसके अलावा बीमा भी 30 अप्रैल 2021 तक ही था। परिवहन विभाग के नोटिफिकेशन के मुताबिक 15 साल पुरानी यात्री बसों को परमिट नहीं दिया जाता है। यह बस भानु प्रताप सिंह सिकरवार निवासी चौधरन कॉलोनी के नाम रजिस्टर्ड थी। बस 2008 में खरीदी गई थी। 32 सीटर बस में कम से कम 35 लोग बैठे थे। परिवहन विभाग की वेबसाइट पर बस के परमिट का कोई रिकॉर्ड नहीं मिलता। जांच में सामने आया है कि बस में क्षमता से अधिक यात्री सवार थे।
सीएम की कार्रवाई, कलेक्टर और एसपी को हटाया
मामले में सीएम के निर्देश के बाद गुना कलेक्टर तरुण राठी का भोपाल तबादला कर दिया है। एसपी विजय कुमार खत्री को भी हटाकर पुलिस मुख्यालय भोपाल भेज दिया गया है। इसके साथ ही संजय कुमार झा को परिवहन आयुक्त के पद से हटा दिया है। हादसे की जांच के लिए मुख्यमंत्री के आदेश पर जांच समिति गठित हो गई है। तीन दिन में यह समिति राज्य सरकार को रिपोर्ट सौंपेगी। गुना के अपर कलेक्टर मुकेश कुमार शर्मा को समिति का अध्यक्ष बनाया गया है। समिति घटना के विभिन्न पहलुओं की जांच करेगी। सीएम डॉ. यादव ने बुधवार को ही घटना की जांच के आदेश दिए थे।
परिवहन विभाग में बड़ी सर्जरी
मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद गुना जिला क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी RTO रवि बरेलिया को सस्पेंड कर दिया। साथ ही मध्य प्रदेश के सामान्य प्रशासन विभाग ने अपर मुख्य सचिव गृह राजेश कुमार राजौरा को परिवहन विभाग का अतिरिक्त प्रभार सौंप दिया है। अब तक इस पद रहे प्रमुख सचिव सुखवीर सिंह को उक्त प्रभार से मुक्त करने संबंधी आदेश जारी कर दिया है। साथ ही सरकार ने विशेष पुलिस महानिदेशक और परिवहन आयुक्त संजय कुमार झा को पद से मुक्त करने संबंधी आदेश भी जारी कर दिया है।
सभी कलेक्टर्स और एसपी को निर्देश
राज्य स्तर से सभी कलेक्टर्स और पुलिस अधीक्षकों को भी निर्देश भेजे जा रहे हैं कि यदि बगैर परमिट के वाहन चलते हैं तो सतर्कता बरतें और दोषियों के खिलाफ कठोर कदम उठाएं, परिवहन विभाग के उच्च स्तर के अधिकारियों की भी जिम्मेदारी तय कर सख्त कार्रवाई की जाए।
घायलों से मिले सीएम मोहन
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने गुरुवार को गुना पहुंचकर बस हादसे के घायलों के उपचार की जानकारी ली और मृतकों के परिजनों से मुलाकात कर उन्हें ढांढस बंधाया। सीएम मोहन ने जिला अस्पताल में भर्ती घायलों और उनके परिजनों से मुलाकात कर स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली। साथ ही सीएम ने जिला प्रशासन को निर्देशित किया कि घायलों के उपचार में किसी भी प्रकार की कोताही न हो।
कलेक्ट किए गए डीएनए सैंपल
हादसे में बुरी तरह तरह जलने से शवों की शिनाख्त के लिए DNA जांच की जाएगी। प्रभारी कलेक्टर प्रथम कौशिक ने बताया कि मृतकों के DNA सैंपल कलेक्ट कर लिए गए हैं और ग्वालियर लेबोरेट्री में जांच के लिए भेज दिया गया है, 13 लोगों के जले हुए शव मिले हैं और 13 ही लोग लापता हैं जो आपस में मैच हो रहे हैं, फिलहाल गंभीर तौर पर घायल यात्रियों को भोपाल स्थित हमीदिया अस्पताल इलाज के लिए भेज दिया गया है। घायलों के परिजनों को विश्राम के लिए जिला अस्पताल के रेडक्रॉस भवन में जगह दी गई है, जहां भोजन की व्यवस्था भी की गई है।
हादसे को लेकर कांग्रेस ने सरकार को घेरा
वहीं दर्दनाक बस हादसे को लेकर कांग्रेस ने मोहन सरकार को घेरा है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने भ्रष्टाचार को हादसे का कारण बताया है। पटवारी ने हादसे को यात्रियों की संस्थागत हत्या का मामला बताते हुए सीएम से कई सवालों के जवाब मांगे है। पीसीसी चीफ ने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि गुना में समूची व्यवस्था भ्रष्टाचार की अग्नि में जलकर स्वाहा हो गई। इस हृदय विदारक घटना की जितनी निंदा की जाए उतनी कम है।
डंपर और बस की टक्कर के बाद हादसा
बता दे कि बुधवार रात एक डंपर से टकराने के बाद यात्री बस पलट गई थी और उसमें भीषण आग लग गई थी, इस हादसे में बस में सवार 14 लोगों की मौत हो गई, जबकि 18 अन्य यात्री गंभीर रूप से झुलसकर घायल हुए हैं। बस गुना से होते हुए आरोन जा रही थी। फिलहाल हादसे का शिकार सभी घायलों का इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है।