INDORE. इंदौर स्थित मशहूर कमला नेहरू प्राणी संग्रहालय में अब दर्शक अफ्रीकी जेब्रा को भी देख सकेंगे। यहां एनिमल एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत अफ्रीकन जेब्रा का जोड़ा जामनगर चिड़ियाघर से लाया गया है। इसके बदले गुजरात को व्हाइट टाइगर दिया जाएगा। इंदौर चिड़ियाघर में आया यह जेब्रा प्रदेश के किसी चिड़ियाघर में लाया गया पहला अफ्रीकन जेब्रा है।
नए मेहमान का किया स्वागत
गुजरात के जामनगर से जेब्रा जोड़ी को विशेष वाहन से लाया गया। ये दोनों जेब्रा विशेष बाक्स में पैक कर इंदौर चिड़ियाघर में लाए गए। बाड़े में जेब्रा को रिलीज करने के दौरान जहां मौजूद सैकड़ों दर्शकों ने नए मेहमान जेब्रा को देखा। वहीं मौजूद दर्शकों ने नए मेहमान को दिल खोल कर देखा और बाड़े में जाने के बाद जेब्रा भी बाड़े में घूमता दिखाई दिया। जेब्रा के जोड़े को खुले पिंजरे में जब शिफ्ट किया गया तो वह इधर-उधर चहलकदमी करने लगे। नया घर नए मेहमानों को पसंद आया।
एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत लाया गया जेब्रा
चिड़ियाघर प्रबंधन ने जानकारी देते हुए बताया एनिमल एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत जेब्रा जोड़ी को जामनगर से इंदौर लाया गया है। इसके बदले इंदौर से जामनगर के लिए व्हाइट टाइगर भेजा जाएगा। इसके साथ इंदौर का चिड़ियाघर अब मध्य प्रदेश का पहला ऐसे चिड़ियाघर बन गया है, जहां पर खास तौर पर काली और सफेद पट्टी वाले जेब्रा मौजूद रहेंगे।
जेब्रा का इंदौर आना शुभ: महापौर
जेब्रा का स्वागत करने पहुंचे महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने चर्चा में बताया कि इंदौर के लिए ये बड़ी सौगात है कि इंदौर प्राणी संग्रहालय को जेब्रा परिवार भी मिल गया है। जेब्रा का इंदौर आना शुभ है। चिड़ियाघर प्रभारी उत्तम यादव ने बताया कि एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत हमने जामनगर जू से पूछा था कि उन्हें बदले में कौन सा जानवर चाहिए, तो उन्होंने व्हाइट टाइगर की मांग की थी जिसके बाद इस जोड़े को आज इंदौर लाया गया है। प्रभारी ने आगे बताया कि आने वाले समय में जिराफ और चिंपैंजी भी इंदौर जू में आएंगे। इसके साथ ही जेब्रा के इंदौर प्राणी संग्रहालय में आने को लेकर खुशी भी जाहिर की है।
तीन साल पहले भी किए गए थे प्रयास
दरअसल प्रशासन ने इंदौर जू में तीन साल पहले जेब्रा लाने की योजना बनाई थी। अफ्रीकन जेब्रा के लिए मुंबई के वीरमाता जीजाबाई भौंसले चिड़ियाघर को प्रस्ताव भेजा था। साथ ही सेंट्रल जू अथारिटी से एनिमल एक्सचेंज के तहत अनुमति चाही थी। इस प्रोग्राम को लेकर वहां से भी हरी झंडी मिल गई थी। मुंबई और इंदौर कमला नेहरू प्राणी संग्राहलय के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अफ्रीकन जेब्रा को मुंबई चिड़ियाघर से इंदौर भेजने की तैयारी पूरी हो चुकी थी। लेकिन महाराष्ट्र में सरकार की अस्थिरता के चलते फैसला लेने में दिक्कत आ रही थी। जिससे प्रोग्राम आगे बढ़ गया।