भोपाल. सटोरियों को पकड़कर उनसे वसूली करना पुलिस वालों को महंगा पड़ गया है। तीन महीने से फरार चल रहे आरोपी पुलिसकर्मियों को नौकरी से हटा दिया गया है। नौकरी से हाथ धोने वालों में गोला का मंदिर थाना में पदस्थ एसआई मुकुल यादव, क्राइम ब्रांच के जवान विकास तोमर और राहुल यादव शामिल हैं। ये तीनों ही साढ़े तीन महीने से फरार थे। इन तीनों पुलिस कर्मियों ने 18 सितंबर को सिरोल स्थित एमके सिटी के फ्लैट में 15 सटोरियों को पकड़कर उनसे 23.25 लाख रुपए की वसूली की थी। इन तीनों की गिरफ्तारी पर दस दस हजार का इनाम घोषित है।
हिसाब किताब देख बदली नीयत
18 सितंबर 2023 की रात को गोला का मंदिर थाने में पदस्थ उप निरीक्षक मुकुल यादव को थाना सिरोल के अंतर्गत आने वाली एमके सिटी टाउनशिप के फ्लैट नंबर-105 में क्रिकेट पर सट्टा लगवाने की खबर मिली थी। एसआई ने इसकी सूचना क्राइम ब्रांच के प्रधान आरक्षक विकास तोमर और आरक्षक राहुल यादव को दी। इसके बाद तीनों एमके सिटी के फ्लैट नंबर 105 में पहुंचे। बताया जाता है कि इनके साथ एक निजी व्यक्ति भी था। इन लोगों ने फ्लैट में घुसकर 15 सट्टेबाजों को पकड़ा था। तीनों पुलिसकर्मियों ने इन सटोरियों के पास से 10 हजार रुपए नकद व दो मोबाइल छीन लिए थे। जब पुलिस ने इनके मोबाइल देखे तो उसमें लाखों रुपये का हिसाब-किताब मिलते ही पुलिसकर्मियों की नीयत बदल गई। यहां एसआई मुकुल यादव ने अपनी पिस्टल दिखाकर सटोरियों को धमकाया और उनसे बैंक खातों की जानकारी मांगी। इसके बाद नेट बैंकिंग का पासवर्ड पूछा और दो खातों से 23 लाख 25 हजार रुपए दूसरे खातों में ट्रांसफर कर लिए। इसके बाद सिरोल थाना पुलिस को कार्रवाई के लिए सुपुर्द कर दिया था। इस मामले में खुलासा सटोरियों से पूछताछ में हुआ था।