सीधी पेशाब कांड पीड़ित बोला- पहले गांव में कोई सही से बात नहीं करता था, अब लोग मुझसे डरते हैं, CM से गवर्नमेंट जॉब की चाह

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Pratibha Rana
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सीधी पेशाब कांड पीड़ित बोला- पहले गांव में कोई सही से बात नहीं करता था, अब लोग मुझसे डरते हैं, CM से गवर्नमेंट जॉब की चाह

SIDHI. सीधी पेशाब कांड के पीड़ित दशमत रावत की जिंदगी अब बदल गई है। सरकार दशमत की जिंदगी संवारने की कोशिश कर रही है। घटना के बाद दशमत की जिंदगी में कई बदलाव आए हैं। उनके गांव की तकदीर बदल गई है। दशमत और उसके परिवार को सरकारी योजनाओं का फायदा मिल रहा है। पीड़ित परिवार की सुरक्षा के लिए पुलिस टीम को तैनात किया गया है। दो शिफ्ट में ड्यूटी लगाई है। गांव में रोड बनवाया जा रहा है। उनके घर के आगे बड़ा हैंडपंप लगाया गया है। पीड़ित को स्मॉर्ट फोन दिए हैं। इससे पहले उनके पास फोन नहीं था। वहीं पीड़ित के बच्चों को पढ़ाने की जिम्मेदारी भी सरकार ने ले ली है।



कैसे कट रही है दशमत रावत की जिंदगी 



वहीं पीड़ित दशमत रावत का कहना है कि उसके साथ हुए कांड के बाद उसकी जिंदगी में कई बदलाव आए है। सरकार ने उसके लिए इतना किया है, जो उन्होंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था।  बता दें, सरकार ने पीड़ित को साढ़े छह लाख रुपए दिए हैं। उसके मकान का काम भी शुरू करवा दिया हैं। साथ ही घर के शौचालय का काम भी जोरों पर है। बता दें, इससे पहले दशमत का परिवार बरसों से जद्दोजहद कर रहा था। उनके घर में शौचालय तक नहीं था।



CM से अब सरकारी नौकरी की इच्छा



पीड़ित दशमत ने ये भी बताया कि पहले वह गांव वालों से डरता था, लेकिन अब गांव वाले उससे डरते हैं। वह और उसका परिवार घर से बाहर जहां भी जाते है, पुलिस उनके साथ तैनात रहती है। हालांकि दशमत ने शिवराज से अब सरकारी नौकरी की इच्छा जाहिर की है। उनका कहना है कि वह और उनकी पत्नी उतनी पढ़ी लिखी नहीं है, लेकिन वह चपरासी की नौकरी कर सकते है। अगर अब उन्हें सरकारी नौकरी मिल जाएं तो उनकी   जिदंगी आसानी से बसर हो जाएगी। 

 


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