Jabalpur. जबलपुर के डुमना एयरपोर्ट का विस्तार अंतिम चरण में है, वहीं अब यहां की सुरक्षा को लेकर भी एयरपोर्ट अथॉरिटी ने कवायद शुरू कर दी है। अथॉरिटी ने राज्य के गृह मंत्रालय को प्रस्ताव भेजा है जिसमें करीब 150 जवानों की मांग की है। यहां की सुरक्षा अब स्टेट इंडस्ट्रियल सिक्योरिटी फोर्स को सौंपी जाएगी। इस बाबत एविएशन मिनिस्ट्री से परमीशन मिलने के बाद होम मिनिस्ट्री को प्रस्ताव भेजा गया है। माना जा रहा है कि अगस्त की महीने तक इस मामले में निर्णय हो जाएगा।
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देश भर में सीआईएसएफ के हवाले है सुरक्षा
बता दें कि पूरे देश के हवाई अड्डों की सुरक्षा सेंट्रल इंडस्ट्रियल सिक्योरिटी फोर्स करती है। डुमना एयरपोर्ट के विस्तारीकरण के बाद यहां की सुरक्षा भी सीआईएसएफ को सौंपने की बात चल रही थी, मगर अचानक इसमें तब्दीली लाकर एसआईएसएफ को तैनात करने का निर्णय लिया गया है।
अभी पुलिस करती है सुरक्षा
वर्तमान की बात की जाए तो डुमना एयरपोर्ट की सुरक्षा की व्यवस्था पुलिस विभाग के जिम्मे है। पुलिस के 60 जवान यहां तैनात किए गए हैं। मगर विस्तारीकरण के बाद यहां की सुरक्षा व्यवस्था और पुख्ता किए जाने पर जोर दिया जा रहा है। जिसके चलते एसआईएसएफ को यहां तैनात करने का प्रस्ताव भेजा गया है। डुमना एयरपोर्ट अथॉरिटी का मानना है कि जिन जवानों को यहां तैनात किया जाएगा उन्हें एयरपोर्ट की सुरक्षा के हिसाब से विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके बाद इस बात पर भी जोर दिया जाएगा कि उक्त जवानों को जल्दी-जल्दी बदला न जाए ताकि प्रशिक्षक को लेकर दिक्कतों का सामना न करना पड़े। वर्तमान में एयरपोर्ट पर सुरक्षा के मद्देनजर टर्मिनल भवन में मेटल डिटेक्टर, बैग स्कैनर और सीसीटीवी कैमरा पहले से ही लगाए गए हैं।
एयरपोर्ट के प्रभारी एपीडी वीके सूरी ने बताया कि रनवे निर्माण के बाद अब नई टर्मिनल बिल्डिंग बनने के बाद यहां की सुरक्षा बढ़ाना बेहद जरूरी है। जिसके लिए गृह मंत्रालय को एसआईएसएफ की तैनाती के लिए प्रस्ताव भेज दिया गया है। जिस पर जल्द अप्रूवल मिलने की संभावना है।