/sootr/media/post_banners/1a55c82e3889c51783bb43edd1731083644c082aa1a7ef9a091f0f03702be2fd.jpeg)
BHOPAL. मध्यप्रदेश अनुसूचित जाति जनजाति अधिकारी कर्मचारी संघ (अजाक्स) के पूर्व अध्यक्ष अपर मुख्य सचिव जेएन कंसोटिया और निष्काषित प्रांतीय महासचिव एसएल सूर्यवंशी ने संत रविदास के आयोजन को फेल कराने का प्रयास किया। संघ के प्रांताध्यक्ष मुकेश मौर्य ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को पत्र लिखकर ये आरोप लगाया है।
कार्यक्रम को विफल करने के लिए जानबूझकर बुलाई बैठक
मुकेश मौर्य का कहना है कि सागर में संत रविदास मंदिर के कार्यक्रम को विफल करने के लिए जानबूझकर रविवार को अजाक्स से जुड़े सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों और उनके अनुयायियों पर दबाव डालकर हिंदी भवन में अजाक्स की आमसभा आयोजित की। मुकेश मौर्य ने आगे कहा कि कंसोटिया ने अपनी ताकत दिखाने की कोशिश की। हालांकि, उनकी ये कोशिश सफल नहीं हो पाई।
ये खबर भी पढ़िए..
मौर्य का आरोप बेतुका- कंसोटिया
इधर, जेएन कंसोटिया ने कहा कि मौर्य बेतुका आरोप लगा रहे हैं। हमारी बैठक की तुलना पीएम नरेंद्र मोदी की सभा से नहीं की जा सकती। कंसोटिया ने ये भी कहा कि यदि 200 लोग भोपाल आ भी गए तो क्या बड़ी बात हैं।
ये खबर भी पढ़िए..
मुकेश मौर्य ने कंसोटिया और सूर्यवंशी पर लगाए आरोप
मुकेश मौर्य ने कहा कि सूर्यवंशी को संगठन में की गई आर्थिक गड़बड़ियों के आरोप में संघ के प्रांतीय महासचिव पद से बर्खास्त किया गया है।
मौर्य ने कहा कि संत रविदास मंदिर का भूमिपूजन करने आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम में अनुसूचित जाति जनजाति वर्ग के अधिकारी और कर्मचारी शामिल चाहते थे लेकिन बर्खास्त प्रांतीय महासचिव एसएल सूर्यवंशी एवं अपर मुख्य सचिव जेएन कंसोटिया ने उन पर दबाव डालकर प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में जाने देने की जगह अपना वर्चस्व दिखाने के लिए आयोजित अपने कार्यक्रम में भोपाल बुला लिया।