Bhopal. मध्यप्रदेश में बारिश के 3 सिस्टम प्रभावी चल रहे हैं। जिसके चलते प्रदेश के 9 जिलों में अतिभारी बारिश का रेड अलर्ट मौसम विभाग ने जारी किया है। इन जिलों में 24 घंटे में 8 इंच से ज्यादा बारिश होने का अनुमान जताया जा रहा है। इन जिलों में बुरहानपुर, बैतूल, हरदा, नर्मदापुरम, खरगोन, खंडवा, श्योपुरकलां, सागर और गुना जिले शामिल हैं।
28 जिलों में भारी बारिश की संभावना
भोपाल के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी एचएस पांडे के मुताबिक प्रदेश में मानसून के 3 सिस्टम प्रभावी हैं। भोपाल, इंदौर, ग्वालियर और जबलपुर समेत 28 जिलों में भारी बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग की मानें तो मध्यप्रदेश में अभी तक 16 प्रतिशत ज्यादा बारिश हो चुकी है। 18 जुलाई से साइक्लोनिक सर्कुलेशन बनने जा रहा है। जिसके कारण 26 जुलाई तक प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश हो सकती है।
बांधों और तालाबों का बढ़ा जलस्तर
भारी बारिश के कारण मध्यप्रदेश के छोटे बांध तो लबालब हो चुके हैं वहीं बड़े बांधों का जलस्तर भी बढ़ा है। नर्मदापुरम के तवा डैम में 24 घंटें में ढाई मीटर के करीब जलस्तर बढ़ा है। यही हालात बरगी बांध जबलपुर के भी हैं। जबलपुर का परियट डैम पहले ही ओवरफ्लो हो चुका है। इधर राजधानी भोपाल के कलियासोत, केरवा और कोलार डैम में भी पानी बढ़ा है। वहीं बड़े तालाब का पानी भी काफी बढ़ चुका है। कोलांस नदी से भरने वाला यह तालाब 0.35 फुट ऊपर आ चुका है। अभी तालाब का जलस्टर 1661.25 फुट पर है। जबकि इसका उच्चतम स्तर 166.80 फुट है।
बीते 24 घंटे के हाल
बीते 24 घंटों में सबसे ज्यादा बारिश नर्मदापुरम और उज्जैन जिलों में दर्ज की गई, यहां 2 इंच बरसात हुई है। दूसरी तरफ उमरिया, मलाजखंड में 1-1 इंच पानी गिरा। बाकी जिलों की बात की जाए तो जबलपुर, दमोह, बैतूल, पचमढ़ी, रीवा, सिवनी, सीधी, शिवपुरी, रायसेन, सागर, भोपाल और ग्वालियर समेत खजुराहो में भी बारिश होती रही।
सिवनी में अब तक 22 इंच बारिश
पूरे प्रदेश की बात की जाए तो नरसिंहपुर और सिवनी जिलों में सबसे ज्यादा बारिश हो चुकी है। सिवनी जिले में अब तक 22 इंच से ज्यादा और नरसिंहपुर में 21 इंच बरसात हो चुकी है।