Bhopal. मध्यप्रदेश में 3-4 दिनों से जारी बारिश की झड़ी अब राजस्थान से सटे जिलों में लगने जा रही है। मौसम विभाग की मानें तो राजस्थान से सटे इलाकों में आज तेज बारिश की संभावना है। जिसके चलते उज्जैन और ग्वालियर-चंबल संभाग में तेज बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। हालांकि मौसम विज्ञानियों का मानना है कि 1 जुलाई से तेज बारिश का दौर थम जाएगा, जो एक से दो दिन के विराम के बाद फिर सक्रिय होगा।
नर्मदा नदी के जलस्तर में इजाफा
इधर प्रदेश की लाइफलाइन नर्मदा नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ चुका है। नर्मदापुरम के सेठानी घाट पर नर्मदा के जलस्तर में 14 फीट से ज्यादा इजाफा हुआ। जिसके चलते जिला प्रशासन ने बचाव एवं राहत दल को अलर्ट पर रखा है। उधर दमोह में सड़कों पर पानी भर गया। जबलपुर में भी गौरीघाट में घाट के किनारों पर बनी दुकानें पानी से डूब गईं थीं।
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गुरुवार 29 जून की बात की जाए तो शिवपुरी जिले में 9 घंटे में 2 इंच से ज्यादा बारिश हो गई। खरगोन में 1.4, रतलाम में 1.6, नौगांव में 1.2 इंच बारिश दर्ज की गई। वहीं इंदौर में 0.7, पचमढ़ी में 0.7, उज्जैन-खजुराहो में 0.5 और बैतूल में 0.4 इंच बारिश दर्ज की गई।
उत्तरी हिस्से में बारिश की संभावना
मौसम विज्ञानियों का कहना है कि उत्तरी मध्यप्रदेश में कम दबाव का क्षेत्र स्थित है। इसके कारण प्रदेश के उत्तरी हिस्से में बारिश की संभावना है। ग्वालियर-चंबल और उज्जैन संभाग में तेज बारिश के आसार हैं। बाकी जिलों में हल्की बारिश हो सकती है।
डैमों में बढ़ा जल स्तर
3 से 4 दिनों तक चले बारिश के दौर के चलते प्रदेश के बड़े-मझौले और छोटे डैम में पानी का स्तर बढ़ा है। नदियों और नालों में भी पानी का बहाव तेज रहा। जबलपुर में हिरन नदी में एक पिकअप वाहन बह गया। एक दिन तक रेस्क्यू के बाद पानी में बहे वाहन को तो निकाल लिया गया लेकिन उसका चालक अब भी लापता है।