RAIPUR. छत्तीसगढ़ में चुनावी बिसात बिछनी शुरू हो गई है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह कल (22 जून) को दुर्ग आ रहे हैं। शाह का ये दौरान काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। शाह एक तरह से छत्तीसगढ़ में बीजेपी के चुनावी अभियान का सिंहनाद सीएम भूपेश बघेल के गढ़ से करेंगे। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पाटन सीट, दुर्ग जिले में ही आती है। विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस जहां प्रशिक्षण शिविर और कार्यकर्ता सम्मेलन के बहाने अपने कार्यकर्ताओं को चार्ज कर रही है, वहीं बीजेपी अपने केंद्रीय मंत्रियों और सांसदों को भेजकर अपने पक्ष में माहौल बनाने में लगी है।
बीजेपी के लिए दुर्ग खास क्यों?
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस बस्तर और सरगुजा संभाग के बाद मैदानी इलाकों में सबसे ज्यादा मजबूत दुर्ग संभाग में है। यहां की 20 विधानसभा सीटों में से 18 सीटें कांग्रेस के पास है। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह और विद्यारतन भसीन ने यहां दो सीटें लाकर बीजेपी को संभाग में सफाया होने से बचा लिया। यह संभाग इसलिए भी बीजेपी के लिए काफी अहम माना जा रहा है, क्योंकि यह मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और सरकार के 5 मंत्रियों का गढ़ है। ये मंत्री हैं- ताम्रध्वज साहू, मोहम्मद अकबर, रविंद्र चौबे, अनिला भेड़िया और गुरू रूद्र कुमार। इस कार्यक्रम की तैयारी के लिए 20 जून को प्रभारी ओम माथुर और सह प्रभारी नितिन नबीन भी रायपुर पहुंचे।
दुर्ग संभाग की इन 20 में से 18 सीटों पर कांग्रेस काबिज
- कांग्रेस के पास ये सीटें- संजारी बालोद, डौंडीलोहारा, गुंडरदेही, पाटन, दुर्ग ग्रामीण, दुर्ग शहर, भिलाई नगर, अहिवारा, साजा, बेमेतरा, नवागढ़, पंडरिया, कवर्धा, खैरागढ़, डोंगरगढ़, डोंगरगांव, खुज्जी, मोहला मानपुर।
शाह के दौरे पर बीजेपी की क्या तैयारी?
शाह के दौरे में बीजेपी की शक्ति प्रदर्शन की तैयारी है। कार्यक्रम को कामयाब बनाने के लिए बड़े नेताओं से लेकर पार्षदों तक को भीड़ जुटाने का टारगेट दिया गया है। राज्यसभा सांसद सरोज पांडेय, सांसद विजय बघेल, पूर्व मंत्री प्रेमप्रकाश पांडेय और विधायक विद्यारतन भसीन, पूर्व रायपुर जिला अध्यक्ष राजीव अग्रवाल समर्थकों के साथ भारी शक्ति प्रदर्शन करने की तैयारी में जुटे हुए हैं।
ये है बीजेपी का विशेष जनसंपर्क अभियान
मोदी सरकार के 9 साल पूरे होने के मौके पर 30 मई से 30 जून तक बीजेपी विशेष जनसंपर्क अभियान चला रही है। देश के सभी लोकसभा क्षेत्रों में बीजेपी सांसदों और केंद्रीय मंत्रियों को विशेष जनसंपर्क अभियान चलाने के निर्देश दिए गए हैं। इसके तहत देशभर में बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं की 51 रैलियां होंगी। 396 लोकसभा सीटों पर जनसभाएं होंगी। इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ में 22 को अमित शाह और 30 जून को राजनाथ सिंह बस्तर आ रहे हैं। इससे पहले केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह और फग्गन सिंह कुलस्ते छत्तीसगढ़ आ चुके हैं।
सीएम भूपेश बघेल पहले ही ताल ठोक चुके हैं
इधर, छत्तीसगढ़ में कांग्रेस प्रशिक्षण सत्र चला रही है। 17 जून को सीएम भूपेश बघेल अपने विधानसभा क्षेत्र पाटन पहुंचे थे। यहां उन्होंने कहा था कि राज्य की 89 सीटों का भी जिम्मा संभालना है, इसलिए मैं नामांकन दाखिल करने आऊंगा, जिताने की जवाबदेही आपकी है। 2003 के बाद से लेकर 2013 तक हम कभी भी 35 से नीचे नहीं गए। हमने 2013 में समीक्षा की तो पाया था कि युवा या नए मतदाता तक हम लोग नहीं पहुंच रहे हैं। हमने रणनीति बनाकर उन तक पहुंच बनाई, और उनसे सीधा संवाद किया। सेक्टर में विभाजित करके जो हमने काम किया, उसने टॉप टू बॉटम सबको सक्रिय किया। सीएम भूपेश के इस बयान से साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि दुर्ग के गढ़ में बीजेपी के लिए लड़ाई आसान नहीं रहेगी।