जितेंद्र सिंह, ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर की राजनीति में सिंधिया किसी और नेता की एंट्री होने नहीं देना चाहते हैं। महाराज बाड़ा पेडस्ट्रीयन जोन बनाने को लेकर व्यापारी काफी समय से नाराज थे, दरअसल इसके कारण व्यापारियों का व्यापार ठप हो गया था। व्यापारियों की परेशानी सुनने और समझने को कोई तैयार नहीं था। व्यापारी संगठन ने मुख्यमंत्री के आने की सूचना मिलने पर बाजार बंद की घोषणा कर दी। मुख्यमंत्री ने मिलने का समय मांगा। खबर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया तक पहुंची, तो उन्होंने देररात अपने खास मंत्री को व्यापारियों के बीच भेजकर ‘‘महल’’ बुलवाने का आश्वासन देकर बंद की घोषणा वापस करवा दी।
पेडस्ट्रीयन जोन बनाने से व्यापार ठप
महाराज बाड़ा पेडस्ट्रीयन जोन बनाने लेकर व्यापारी संगठन नाराज हैं। स्मार्ट सिटी के नाम पर महीनों से सड़क खुदी पड़ी है। व्यापार ठप हो चुका है। पेडस्ट्रीयन जोन बनाए जाने से व्यापार पर भी असर पड़ेगा, पर कोई सुनने वाला नहीं है। नाराज और परेशान व्यापारियों ने संघर्ष समिति के नेतृत्व में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के ग्वालियर प्रवास के दौरान नाराजगी व्यक्त करने की योजना बनाई। उन्होंने 24 जून को महाराज बाड़ा बंद करने की मुनादी करवा दी। साथ ही विरोध में धरना प्रदर्शन करने को भी कहा।
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देर रात ऊर्जा मंत्री पहुंचे डैमेज कंट्रोल करने
व्यापारियों की नाराजगी और मुख्यमंत्री से मिलने का समय मांगने की खबर महल तक पहुंची। चुनाव नजदीक हैं, वहीं सिंधिया ग्वालियर में किसी और की एंट्री होने नहीं देना चाहते हैं। ऐसे में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने खास ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर को डैमेज कंट्रोल के लिए लगाया। देर रात चौंबर ऑफ कॉमर्स सभागार में संघर्ष समिति के पदाधिकारियों को बुलाया गया। उन्हें समस्याओं के समाधान का आश्वासन दिया। 24 जून यानी आज शाम मुख्यमंत्री के भोपाल वापस लौटने के बाद ‘‘महल’’ में बुलाकर सिंधिया की ओर से मिलने का आश्वासन मिला। तब जाकर व्यापारियों से बंद का ऐलान वापस लिया।
व्यापारी मंत्री से बोले... कल आप पलट गए तो
ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर का आश्वासन सुनने और सिंधिया से मुलाकात का समय दिलवाने के बाद भी व्यापारियों को भरोसा नहीं हुआ। व्यापारियों ने कहा कि आज आप दवाब में हैं, कल अपने वायदे से पलट गए तो। इस पर मंत्री ने कहा कि व्यापारियों को नाराज करके हम अपने पैरों पर कुल्हाड़ी नहीं मारेंगे।