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JABALPUR. जबलपुर में नक्सलियों की सुगबुगाहट के इनपुट मिलने के बाद से एटीएस की कार्रवाई लगातार जारी है। 82 लाख के ईनामी नक्सली दंपति की गिरफ्तारी के बाद टीम ने एक और नक्सलियों के मददगार को गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए व्यक्ति का नाम छेरमू सिंह तुलावी है। जिसे सोमवार को एनआईए कोर्ट में पेश किया गया, एजेंसी को आरोपी की 9 सितंबर तक की रिमांड मिल चुकी है। जिसके बाद पकड़े गए आरोपी से पूछताछ जारी है। बता दें कि इससे पहले नक्सली दंपति से मिले इनपुट के आधार पर उनके साथी धनसिंह पुंगाटी को भी मंडला के कालपी से धरा गया था।
सीपीआई माले का है सदस्य
पकड़ा गया आरोपी छेरमू सिंह तुलावी सीपीआई माले का सक्रिय सदस्य है, जो कि एक प्रतिबंधित संगठन है। माना जा रहा है कि छेरमू का इनपुट धनसिंह से पूछताछ के दौरान एटीएस को मिला था। धनसिंह ने ईनामी नक्सली अशोक रेड्डी और उसकी पत्नी रेमती उर्फ पोटाई को कार और नगद मुहैया कराए थे। जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया था। अब छेरमू से पूछताछ में नक्सलियों से जुड़े और भी नाम सामने आ सकते हैं।
अमरकंटक से जुड़े इलाकों में बना रहे ठिकाना
सुरक्षा बल काफी पहले से अलर्ट जारी कर चुके हैं कि मध्यप्रदेश को नक्सली अपना सुरक्षित ठिकाना बनाना चाहते हैं। अमरकंटक के जंगलों से शांतिपूर्वक वे अपना हेडक्वार्टर रन करना चाहते हैं। जिसके चलते सुरक्षा बलों के साथ-साथ हॉकफोर्स लगातार अभियान छेड़े हुए है। नतीजतन बालाघाट में लगातार नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई जारी है। वहीं हाल ही के दिनों में जबलपुर और उसके आसपास नक्सलियों की आमद देखी जा रही थी। जिस पर एटीएस की टीम तत्काल कार्रवाई कर रही है।
एटीएस को विजय की तलाश
मंडला के कालपी से पकड़े गए धनसिंह ने विजय नाम के नक्सली संगठन दलम प्रमुख का नाम एजेंसी को बताया था। जिसके बाद से एटीएस विजय का सुराग तलाश रही है। दरअसल विजय के कहने पर ही धनसिंह नक्सली दंपति को जबलपुर लेकर आया था। जहां वे अस्पताल में अपना इलाज करा रहे थे। माना जा रहा है कि यदि विजय एटीएस के हाथ लग जाता है तो यह नक्सलियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई मानी जाएगी।