RAIPUR. 30 जून को डीजीपी अशोक जुनेजा अब रिटायर नहीं होंगे। अब वे चुनाव तक डीजीपी बने रहेंगे। दरअसल 27 जनवरी 2022 को जारी आदेश के अनुसार 2023 में तीन अफसरों के रिटायरमेंट की प्रक्रिया शुरू कर दी गई थी। उस आदेश को शिथिल करते हुए गृह विभाग ने नया आदेश जारी करते हुए जुनेजा के नाम को रिटायर होने वाले लिस्ट से हटा दिया गया है। बता दें कि 1989 बैच के आईपीएस जुनेजा का डेट ऑफ बर्थ 13 जून 1963 है। लिहाजा इस महीने रिटायर होना था। हालांकि संघ लोक सेवा आयोग के निर्देशों के अनुसार डीजीपी का पद न्यूनतम दो साल के लिए हो गया है। इसलिए जुनेजा का कार्यकाल 5 अगस्त 2024 तक होगा।
30 जून को रिटायर नहीं होंगे अशोक जुनेजा
गौरतलब है कि राज्य सरकार ने 11 नवंबर 2021 को तत्कालीन डीजीपी डीएम अवस्थी को हटाकर अशोक जुनेजा को प्रभारी डीजीपी बनाया था। इसके बाद यूपीएससी को डीजीपी के लिए प्रस्तावित नामों का पैनल भेजा गया था। यूपीएससी की अनुशंसा आने में करीब दस महीने लग गए थे। आखिरकार राज्य सरकार की ओर से 5 अगस्त 2022 को यूपीएससी की अनुशंसा का हवाला देते हुए गृह विभाग द्वारा पूर्णकालिक डीजीपी की नियुक्ति का आदेश जारी किया गया था।
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अगस्त 2024 तक बढ़ा कार्यकाल
इसमें यह स्पष्ट लिखा हुआ था कि अशोक जुनेजा को अपेक्स स्केल प्रदान करते हुए छत्तीसगढ़ राज्य पुलिस महानिदेशक (पुलिस बल प्रमुख) के पद पर कार्यभार ग्रहण करने के दिनांक से 2 साल की अवधि और अन्य आदेश जो भी पहले हो तक के लिए पदस्थ करता है। बताया जा रहा है कि डीजीपी की कार्यकार्य बढ़ाने की चर्चाएं चल रही हैं। इसमें राज्य सरकार के साथ अच्छा तालमेल के साथ सरकार की मंशा के अनुरूप पुलिस मुख्यालय में कामकाज चल रहा है। नक्सल वारदातों में कमी के अलावा विवादों से दूर रहने के कारण उनकी छवि साफ सुथरी बनी हुई है। इसके अलावा भी कई वजहें हैं, जिससे राज्य सरकार विधानसभा चुनाव के पहले पुलिस मुख्यालय में किसी प्रकार के फेरबदल के पक्ष में नहीं है।