संजय गुप्ता, INDORE. इंदौर शहर कांग्रेसाध्यक्ष पद जनवरी अंत से ही खाली है और साढ़े चार माह में भी पार्टी अभी तक शहराध्यक्ष पद पर नियुक्ति नहीं कर सकी है। सूत्रों के अनुसार इस पद के लिए मचे घमासान के बीच इंदौर विधानसभा 3 के पूर्व विधायक अश्विन जोशी को यह पद ऑफर किया गया था। लेकिन उन्होंने फिर से चुनाव लड़ने की मंशा जाहिर करते हुए पद लेने से इंकार कर दिया, उन्हें यह पद प्रमोशन की जगह पार्टी में डिमोशन अधिक लगा। उनके इंकार के बाद पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के खास रघु परमार को यह पद ऑफर किया गया, लेकिन उनकी इंदौर के बाहर एक अन्य विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने की मंशा है, जिसके चलते उन्होंने भी शहर में सक्रिय होने में असमर्थ होने की बात कहते हुए पद लेने से इंकार कर दिया।
बागड़ी को लेकर पार्टी में जमकर चल रही गुटबाजी
इस पद पर नियुक्त होने के बाद होल्ड किए गए अरविंद बागड़ी ही फिलहाल रेस में आगे चल रहे हैं, लेकिन उनके नाम को लेकर पार्टी 2 गुटों में बंटती जा रही है। जीतू पटवारी और शोभा ओझा उनके नाम को आगे बढ़ा रहे हैं, उधर बागड़ी को शहराध्यक्ष घोषित होने के बाद जिस तरह का फीडबैक कमलनाथ के पास पहुंचा था, वह उन्हें इस पद पर दोबारा बैठाने की मूड में नहीं है। इसके चलते मामला अटक गया है।
सभी लगे अपनी-अपनी लॉबिंग में
इस पद को लेकर गोलू अग्निहोत्री भी बड़े दावेदार है और वह भी इसे लेकर निगम के नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे और पार्षदों को साथ लेकर दिल्ली से भोपाल तक लॉबिंग कर आए हैं। अभी भी लगातार उनके प्रयास जारी है और पार्टी के लिए काफी कुछ काम करने का वादा भी वह करके आए हैं। लेकिन उनके नाम को लेकर भोपाल तैयार नहीं है। उधर लंबे समय तक शहराध्यक्ष रह चुके विनय बाकलीवाल भी मैदान पकड़े हुए हैं और वह पूरी तरह से पूर्व सीएम कमलनाथ के ही भरोसे हैं और उन्हें फिर से विश्वास में लेने की कोशिश में लगे हुए हैं।
कमलनाथ बोले सब एकजुट, दिग्गी बोले महेंद्र जोशी ठीक कर रहे-
शहराध्यक्ष पद को लेकर कांग्रेस के नेताओं से हर जगह सवाल हो रहे हैं। कुछ समय पहले इंदौर आए कमलनाथ से जब यह पूछा गया तो उन्होंने कहा कि पार्टी में कोई गुटबाजी नहीं है और इंदौर में सभी मिलजुलकर काम कर रहे हैं, नियुक्ति भी हो जाएगी। वहीं 2 दिन पहले इंदौर आए दिग्विजय सिंह ने सवाल के जवाब में कहा कि वर्तमान में प्रभार संभाल रहे महेंद्र जोशी ठीक काम कर रहे हैं, शहराध्यक्ष का भी हो जाएगा।
शहराध्यक्ष नहीं और इधर फर्जी बन रहे मंडल, सेक्टर अध्यक्ष-
शहराध्यक्ष नहीं होने का पार्टी को भारी खामियाजा हो रहा है। विधानसभा चुनाव के टिकट के दावेदार अपने-अपने फर्जी नाम बताकर मंडल, सेक्टर अध्यक्ष की नियुक्ति होना बता रहे हैं, जबकि जिनके नाम जा रहे हैं, उन्हें इसकी जानकारी ही नहीं है। ठेले, सब्जी विक्रेताओं तक के नाम जोड़ने की शिकायतें भोपाल तक पहुंची है कि संगठन स्तर पर भारी फर्जीवाड़ा चल रह है। इन सभी कामों पर शहराध्यक्ष नजर रखता है लेकिन यह नहीं होने से हालत खराब है और जो प्रमुख दावेदार है, वह अपने लोगों की नियुक्ति बताकर काम करा रहे हैं।