BHOPAL. बीजेपी के लिए ग्वालियर-चंबल इलाका सबसे बड़ी चुनौती के रूप में देखा जा रहा है। जिस तरह से 2018 में कांग्रेस ने यहां एकतरफा जीत हासिल की थी, उसने बीजेपी को चिंता में डाला दिया। 2018 का परिणाम 2023 में बदलने के लिए बीजेपी के दिग्गज नेता यहां ऐड़ी-चोटी का जोर लगाए हुए हैं। इतनी ही चुनौती पार्टी के लिए यहां उम्मीदवार तय करने को लेकर है। खासतौर पर दक्षिण ग्वालियर की विधानसभा सीट पर उम्मीदवारी को लेकर पार्टी में घमासान मचा हुआ है। नारायण सिंह कुशवाहा और अनूप मिश्रा के साथ ही यहां पर आधा दर्जन बड़े दावेदारों ने अपना दावा ठोक दिया है। अब इन दावेदारों में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रभात झा के पुत्र तुष्मुल झा और केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के पुत्र देवेंद्र तोमर की भी इंट्री हो गई है। चुनाव के पहले यहां पर दावेदारी का खेल ही दिलचस्प हो गया है।
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तुष्मुल की दक्षिण और तोमर की पूर्व पर नजर
ग्वालियर दक्षिण और ग्वालियर पूर्व की सीट हॉट सीट बन गई हैं। दक्षिण सीट पर तुष्मुल झा तो पूर्व की सीट पर देवेंद्र प्रताप सिंह तोमर दावेदारी कर रहे हैं। जनआशीर्वाद यात्रा में नरेंद्र सिंह तोमर और प्रभात झा ग्वालियर के प्रमुख चेहरे हैं जो इसमें नजर आ रहे हैं। लेकिन अब इस यात्रा में तुष्मुल झा और देवेंद्र तोमर भी नजर आ रहे हैं। इस यात्रा में सक्रियता से इनकी दावेदारी को मजबूत माना जा रहा है। ग्वालियर दक्षिण में तुष्मुल के बैनर-पोस्टर और होर्डिंग भी नजर आ रहे हैं। तुष्मुल झा के पीछे प्रभात झा और देवेंद्र तोमर के पीछे नरेंद्र सिंह तोमर जैसे कद्दावर चेहरे हैं। लिहाजा यहां पर चुनाव के पहले उम्मीदवारी की लड़ाई ही कड़ी हो गई है।
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नारायण, अनूप और समीक्षा ठोक रहे ताल
पिछले विधानसभा चुनाव में इस सीट पर कांग्रेस के प्रवीण पाठक ने बीजेपी के नारायण सिंह कुशवाहा को महज 121 मतों से हराया था। इस सीट पर नारायण सिंह कुशवाहा तीन बार विधायक रह चुके हैं। पिछले चुनाव में बीजेपी नेता समीक्षा गुप्ता बागी तेवर अपनाते हुए निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में मैदान में थीं। उन्होंने तीस हजार से ज्यादा वोट हासिल किए। नारायण की हार का कारण समीक्षा गुप्ता की बगावत ही मानी गई। पहले ये सीट लश्कर के नाम से जानी जाती थी। यहां से अनूप मिश्रा भी लगातार विधायक रहे हैं। इस बार इस सीट पर नारायण सिंह कुशवाहा, अनूप मिश्रा और समीक्षा गुप्ता दावेदारी की दौड़ में हैं। वहीं सांसद विवेक शेजवलकर के पुत्र प्रांशु शेजवलकर भी इस क्षेत्र में सक्रिय हैं और यहां से दावेदारी भी कर रहे हैं।
मुन्नालाल गोयल ने उठाई वंशवाद की बात
केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर के बेटे का नाम ग्वालियर पूर्व की सीट पर आने के बाद बीजेपी के पूर्व विधायक मुन्नालाल गोयल ने वंशवाद की बात उठा दी है। गोयल का कहना है कि हमारी पार्टी कांग्रेस को वंशवाद के नाम पर घेरती है, ऐसे में किसी नेता के बेटे को टिकट मिलता है तो हम जनता के सामने क्या मुंह दिखाएंगे? दरअसल इस सीट पर मुन्नालाल गोयल फिर से प्रबल दावेदार हैं। उन्हें डर है कि कहीं नरेन्द्र सिंह तोमर के बेटे देवेन्द्र की दावेदारी से उनका नाम न कट जाए। गोयल 2018 में इस सीट से चुनाव जीते थे, लेकिन उप चुनाव में बीजेपी छोड़कर आए सतीश सिकरवार ने उन्हें हरा दिया था।
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