Raipur. सरगुजा में सड़कों की हालत बद से बदतर होती जा रही है। शनिवार को बतौली विकासखंड का गांव को शहर से जोड़ने वाला पुल टूट गया है। बताजा जा रहा है कि पुल का घटिया निर्माण और प्रशासन का समय समय पर ध्यान न देने की वजह से बह गया है। अब गांव वाले खुद अपने पैसे से सड़क बनाने की तैयारी कर रहे हैं। वहीं इलाके से आने वाले मंत्री अमरजीत भगत 9 अगस्त को होने वाले आदिवासी महोत्सव की तैयारी में जुटे हैं।
गांव वाले अपने पैसे सड़क बनाने को मजबूर!
सरगुजा जिले में जनपद मुख्यालय से 4 गांवों का संपर्क टूट गया है। जिसके बाद ग्रामीण अपने खर्चे से आने जाने के लिए सड़क का निर्माण कराने के मजबूर हो गए हैं। बतौली विकासखंड के करदना पहुंच मार्ग का पुल पहाड़ी इलाकों से गुजरने वाले पानी ने धराशाई कर दिया है। इस पुल का निर्माण प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत 2008 में निर्माण किया गया था। गांव वालों का कहना है कि गुणवत्ता विहीन होने की वजह से यह पुल टूटकर गिर गया है।
पुल टूटने से बच्चों को भी परेशानी
पुल टूटने की वजह से इस गांव के पढ़ने वाले बच्चों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं ग्रामीण वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर अपना पैसा खर्चा कर आने जाने के लिए पुल के बगल में सड़क का निर्माण कर रहे हैं। लेकिन तेज बारिश हुई तो यह वैकल्पिक सड़क भी किसी काम की नहीं रह जाएगी। बताया जा रहा है कि इस क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों के द्वारा भी कई बार जनपद मुख्यालय से लेकर जिला मुख्यालय को पुल निर्माण के लिए आवेदन दिया गया। बावजूद इसके किसी का ध्यान इस ओर नहीं गया है।
मंत्री अमरजीत भगत आदिवासी महोत्सव में व्यस्त
पिछले दिनों सड़क न होने की वजह से इलाज के लिए महिला को कई किलोमीटर तक झलगी में बैठाकर लाया गया था, बताया जा रहा है कि महिला को प्रसव पीड़ा के कारण इलाज की जरुरत थी, लेकिन क्षेत्र में पहुंच मार्ग नहीं होने की वजह से गर्भवती महिला के घर तक महतारी एक्सप्रेस वाहन नहीं पहुंच सकी। स्थानीय लोगों का कहना है कि बारिश के दिनों में ग्रामीणों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं मंत्री भी अपने क्षेत्र में ध्यान नहीं दे रहे हैं जिसके कारण गांव शहर से जुड़ पाया है। ऐसी मामले सामने आने के बाद भी इलाके से आने वाले मंत्री अमरजीत ने आम जनता को परेशानियों को कम करने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठा है। वहीं 9 अगस्त को सीतापुर में होने वाले विश्व आदिवासी महोत्सव की तैयारियों में जुट हुए हैं। महोत्सव को लेकर लगातार आला अधिकारियों से चर्चा की जा रही है। क्षेत्र में मामूली जरुरतों को पूरी न कर पाने की वजह से मंत्री अमरजीत भगत के सक्रियता पर सवाल खड़े हो रहे हैं।