JABALPUR. छतरपुर स्थित बागेश्वरधाम के पंडित धीरेंद्र शास्त्री की फोटो का पान मसाला कंपनी शिखर गुटखा द्वारा गलत तरीके से इस्तेमाल करने पर धाम की श्री बागेश्वर जन सेवा समिति ने नोटिस भेजा है। नोटिस में कहा गया है कि बागेश्वर धाम चंदेल वंश के शासन से सिद्ध पीठ है। यह शंकर भगवान और बालाजी भगवान का धाम है। नोटिस में कहा गया है कि बागेश्वर धाम का समाज को हानि पहुंचाने वाले किसी भी ब्रांड या संगठन से कोई संबंध नहीं है। नोटिस में आगे कहा गया कि 5 जुलाई से लेकर 8 जुलाई तक दिल्ली में उनकी कथा थी, आपकी (शिखर गुटखा) कंपनी ने इस मौके का फायदा उठाते हुए धीरेंद्र शास्त्री के फोटो छापे और उनके नीचे अपने गुटखे के पाउच के फोटो छाप दिए।
Dhirendra Shastri की तस्वीर लगाकर गुटखा कंपनी का प्रचार, बागेश्वर समिति ने थमाया लीगल नोटिस
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— TheSootr (@TheSootr) July 7, 2023
छवि धूमिल की
यह कहना 100 प्रतिशत सही होगा कि आपने धीरेंद्र शास्त्री की छवि का दुरुपयोग किया है। ऐसा करके आपने 100 करोड़ रकम भी जुटाई है, यह रकम गुटखे के सेल के माध्य से जुटाई गई है। आपके इस तरह ऐड करने से लोगों को लगा कि बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र शास्त्री पान मसाला ब्रांड को प्रमोट कर रहे हैं जो कि सच नहीं है। आपके इस अनैतिक तरीके ने बहुत बड़ी संख्या में लोगों ने कैंसर फैलाने वाले प्रोडक्ट को खाना शुरू कर दिया।
हमें यह भी पता चला है कि शिखर गुटखा के ब्रांड नाम से आपके कई बिजनेस हैं, जिनसे आपको करोड़ों की आय हुई है। इस तरह आपने धीरेंद्र शास्त्री के नाम और फोटो का उपयोग कर उनका शोषण किया है।
नहीं दी थी फोटो के इस्तेमाल की अनुमति
धीरेंद्र शास्त्री ने नाम का इस तरह उपयोग कर आपने उनकी छवि को अपूर्णीय क्षति पहुंचाई है। आपका यह कृत्य आईपीसी की धारा 499, 420, 406, 467, 468 और आईटी एक्ट की धारा 63 के तहत दंडनीय अपराध है। क्योंकि, धीरेंद्र शास्त्री द्वारा आपको गुटखे के साथ उनकी फोटो इस्तेमाल करने की किसी तरह की अनुमति नहीं दी गई थी।धीरेंद्र शास्त्री के वकील डॉ. रश्मि पाठक और प्रणय पाठक ने इस मामले में आरोपी पक्ष से 30 दिन के अंदर 100 करोड़ रुपए अदा करने और सार्वजनिक माफी मांगने का नोटिस दिया है।