Rajgarh. अपने एकांतवास से लौटने के बाद एक बार फिर बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पं धीरेंद्र शास्त्री राजगढ़ में गरजेंगे। यहां खिलचीपुर के स्टेडियम ग्राउंड में 26 जून से हनुमंत कथा का आयोजन कराया जा रहा है। यहां एक दिन धीरेंद्र शास्त्री अपना दिव्य दरबार भी लगाएंगे। प्रमुख आयोजनकर्ता पूर्व विधायक हरिचरण तिवारी हैं, जिनके बेटे बीजेवायएम के प्रदेश उपाध्यक्ष रह चुके हैं। माना जा रहा है कि यह आयोजन विधानसभा की दावेदारी के लिए ही कराया जा रहा है।
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आयोजन के लिए व्यापक तैयारियां
खिलचीपुर में होने जा रही पं. धीरेंद्र शास्त्री की हनुमंत कथा के आयोजन के लिए व्यापक तैयारियां जारी हैं। तैयारियां लगभग-लगभग उसी स्तर की हैं, जितनी बागेश्वरधाम सरकार के अन्य आयोजनों के लिए होती है। कलश यात्रा के लिए गुजरात से 30 हजार भगवा साड़ियां बुलवाई गई हैं, जिन्हें कलशयात्रा में शामिल महिलाएं पहनेंगी। करीब-करीब एक लाख लोगों के लिए हर दिन भोजन की व्यवस्था रखी गई हैं। बारिश के मौसम को देखते हुए वाटर प्रूफ डोम तैयार कराया गया है, जिसमें 80 फुट लंबा मंच बनकर तैयार हो चुका है। पंडाल की क्षमता 2 लाख लोगों के बैठने की रखी गई है, सबसे आगे वीआईपी मेहमानों के बैठने की व्यवस्था रखी गई है। 3 दिवसीय इस कार्यक्रम में तकरीबन 8 लाख लोगों के जुटने की संभावना जताई जा रही है।
धर्मांतरण और हिंदू राष्ट्र पर अब क्या बोलेंगे
राजगढ़ में होने जा रहे पं धीरेंद्र शास्त्री के इस आयोजन को लेकर लोगों में यही उत्सुकता है कि राजगढ़ में धीरेंद्र शास्त्री कथा के इतर क्या बयान देते हैं। दरअसल धीरेंद्र शास्त्री अपने आक्रामक अंदाज और मन की बात पढ़ लेने के लिए मशहूर हो चुके हैं। वे लगातार भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने के साथ-साथ धर्मांतरण के खिलाफ झंडा बुलंद किए हुए हैं। हाल ही में प्रदेश में लव जिहाद और धर्मांतरण का मुद्दा गर्माया रहा, ऐसे में पं धीरेंद्र शास्त्री यहां अपने दरबार से ऐसे मामलों पर भी राय दे सकते हैं।