नितिन मिश्रा, BALOD. बालोद में तेज बारिश की वजह से एक कच्चे घर की छत गिर है। जिसमें पति-पत्नी की मलबे में दब कर मौत हो गई। घटना के 1 एक दिन बाद तक किसी को पता नहीं चला। यहां तक की बग़ल में पक्के घर में रह रहे बेटे को भी खबर नहीं लगी।
घर की छत गिरी और हो गई मौत
जानकारी के मुताबिक बालोद में देवरी थाना क्षेत्र के सिरपुर गांव के रहने वाले संतराम यादव और उसकी पत्नी कुंती बाई कच्चे घर में रहते थे। संतराम ने बग़ल में ही प्रधानमंत्री आवास योजना से एक घर बनवाया था। जिसमें उसका बेटा रहता था। बुधवार की रात को तेज बारिश हो रही थी। दोनों पति पत्नी कच्चे घर में सो रहे थे। तभी आधी रात को घर की दीवारों की ईंट घूर गई और छत उनके ऊपर आ गिरी। घर की छत मोटी बल्लियों और पन्नी के सहारे टिकी हुई थी। छत के मलबे के नीचे दबने से दोनों पति-पत्नी की मौत हो गई।
एक दिन बाद लगी खबर
बारिश थम जाने के बाद लोग अपने घर से बाहर निकले तो ढह चुके मकान पर नज़र पड़ी। घर के पास जाकर आवाज़ लगाई गई तो कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। जिसके बाद गांव के लोगों ने मकान में जाकर मलबा हटाया। वहां से संतराम और कुंती बाई का शव मिला। घटना की जानकारी बेटे को दी गई। जिसके बाद से घर में मातम छाया हुआ है। प्रशासन ने पीड़ित परिवार को मुआवजा देने का ऐलान किया है।