नितिन मिश्रा, BALODABAZAR. बलौदा बाजार में 18 जुलाई को अल्ट्राटेक की सीमेंट फैक्ट्री में सिलेंडर ब्लास्ट से तीन लोगों की मौत हो गई थी। मौके पर पहुंचने से पहले सबूतों के साथ छेड़खानी करने का शक पुलिस को है।वहीं प्रबंधन द्वारा मृतक परिवारों को 35–35 लाख रुपए मुआवजा दिया जाएगा।साथ ही एक स्थाई नौकरी भी दी जाएगी।
सबूतों को मिटाने की कोशिश?
जानकारी के अनुसार मंगलवार 18 जुलाई को बलौदा बाजार के हिरनी में स्थित अल्ट्राटेक सीमेंट फैक्ट्री में 3:00 बड़ा धमाका हुआ। जिसमें 3 श्रमिकों की मौके पर मौत हो गई। पुलिस की जांच टीम घटना के तुरंत बाद मौके पर पहुंच गई। अब जांच के दौरान नई बातों का खुलासा हो रहा है। जांच टीम को यह संदेह है कि लोहे की कटाई करने के लिए एलपीजी और ऑक्सीजन सिलेंडर की गैस को मिलाते समय कुछ चूक हुई होगी। जिसकी वजह से यह हादसा हुआ। पुलिस को शक है कि हादसे के बाद मृतकों के शरीर सहित बहुत सारी चीजों को पुलिस और प्रशासनिक अफसरों के आने से पहले घटनास्थल से हटा दिया गया।
साक्ष्यों को मिटाने पर होगा मामला दर्ज
पुलिस के अनुसार यदि सबूतों को जानबूझकर हादसे से मिटाने का प्रयास किया गया है या फिर कुछ छुपाया जा रहा है तो ऐसे मामले में धारा 201 के तहत कार्रवाई की जाएगी। अभी फिलहाल मामले को दर्ज कर जांच की जा रही है।
मृतक परिवारों को मिलेगा मुआवजा
होने के कुछ देर बाद सीमेंट फैक्ट्री के बाहर गांव वालों की भीड़ जमा हो गई। मजदूर संघ के नेता और परिजन रात को करीब 3 बजे तक प्रदर्शन करते रहे। प्रबंधन ने परिजनों के विरोध के बाद समझौता किया है। जिसके तहत मृतक श्रमिक के परिवार के कानूनी उत्तराधिकारी को बतौर मुआवजा 30–30 लाख रुपए चेक के माध्यम से और 5–5 लाख रूपए नगद दिया जाएगा। तीनों श्रमिकों के परिवार के एक-एक सदस्य को रेगुलर सप्लाई के तहत स्थाई नौकरी दी जाएगी।