संजय गुप्ता, INDORE. इंदौर के बाणगंगा पुलिस पर गंभीर आरोप लगे हैं। यह आरोप बीजेपी की अनुषंगी संस्था एबीवीपी द्वारा लगाए गए हैं। आरोप है कि पुलिस ने एबीवीपी कार्यकर्ताओं को थाने में पीटा और जूते तक सुंघाएं। देर रात हुए हंगामे के बाद पुलिस अधिकारियों ने एसआई महेश चौहान को सस्पेंड और एएसआई अमर सिंह गोलकर, ब्रजमोहन, अभिषेक, हेड कांस्टेबल कमल जरिया को लाइन अटैच कर दिया है।
यह है मामला
निजी कॉलेज में छात्रा से हुई छेड़छाड़ की शिकायत दर्ज कराने के लिए एबीवीपी कार्यकर्ता थाने पहुंचे थे। बुधवार रात करीब 10 बजे छात्र थाने पहुंचे। यहां पुलिस ने उनकी शिकायत लिखने के बजाय दूसरे पक्ष के कहने पर कार्रवाई की और छात्रों के साथ मारपीट की। प्रदर्शन कर रहे एबीवीपी कार्यकर्ताओं का आरोप है कि छेड़छाड़ की घटना निजी कॉलेज में बुधवार सुबह हुई। जब एबीवीपी के नगर मंत्री सार्थक जैन, साथी कार्यकर्ता चातक वाजपेई और कुशल यादव रिपोर्ट करने थाने पहुंचे तो पुलिसकर्मियों ने सुनवाई नहीं की। वहीं आरोपी छात्र अपने वकील को लेकर थाने में पहुंच गया और पुलिस वाले उसी के पक्ष में बात करने लगे। जब इसका विरोध किया तो आरोपी छात्र की तरफ से कुछ पुलिसकर्मियों ने सार्थक, चातक और कुशल के साथ मारपीट की।
थाने के बाहर बैठकर की कार्रवाई की मांग
2 घंटे तक छात्र थाने में बैठकर मारपीट करने वाले पुलिसकर्मी और थाना प्रभारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग को लेकर अड़े रहे। वरिष्ठ अधिकारियों को मौके पर पहुंचना पड़ा। हंगामा कर रहे छात्रों की शिकायत पर देर रात एसआई महेश चौहान को निलंबित कर दिया गया। कमल जरिया, अभिषेक जायसवाल सहित चार पुलिसकर्मियों को लाइन अटैच किया है।
पुलिस यह बोली
एडिशनल डीसीपी जोन 3 रामस्नेही मिश्रा ने बताया छेड़छाड़ की घटना निजी कॉलेज की है। बताते हैं छात्रा रिपोर्ट करने जिन कार्यकर्ताओं के साथ आई थी, उन्होंने पुलिस पर मारपीट के आरोप लगाए हैं। हम मामले की जांच कर रहे। फिलहाल छात्रों को समझाइश देकर शांत किया है। जांच में जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ एक्शन लेंगे।