नितिन मिश्रा, BASTAR. छत्तीसगढ़ में लगातार बारिश के बाद कई इलाकों में बाढ़ जैसा माहौल बन गया है। बस्तर में बाढ़ जैसी स्थिति हो गई है। जिससे जनजीवन अस्त–व्यस्त हो गया है। गोदावरी नदी में बने समक्का सारक्का बैराज के 59 गेट खोल दिए गए हैं। जिसके कारण तेलंगाना और महाराज से संपर्क टूट गया।
गोदावरी के 59 गेट खोले गए
मिली जानकारी के मुताबिक तेलंगाना के टेकलागुडम मैं गोदावरी नदी पर बने समक्का सारक्का बैराज के सभी 59 गेट खोल दिए गए हैं। जिससे कारण गुरुवार से छत्तीसगढ़ का तेलंगाना महाराष्ट्र से सड़क संपर्क टूट गया है। गोदावरी के बैकवॉटर से कोंटा में बाढ़ की स्थिति निर्मित हो गई है। किसके कारण कोटा नगर के बगल से गुजरती सबरी फर्स्ट वार्निंग पारकर नगर मुख्यालय से सीडब्ल्यूसी जाने वाले मार्ग से संपर्क टूट गया है। समक्का सारक्का बैराज के 59 गेट खोले जाने से बैकवॉटर्स से तेलंगाना के गंगारंग और महाराष्ट्र के सोमपल्ली में बाढ़ की स्थिति निर्मित हो गई है। इसी कारण गुरुवार की रात से तेलंगाना और महाराष्ट्र छत्तीसगढ़ का सड़क संपर्क कट गया है।
5 दिन में दो बार जाम हुआ हाईवे
जानकारी के अनुसार दक्षिण के 4 राज्यों के लोगों को इन दिनों बाढ़ की स्थिति के कारण ट्रैफिक जाम जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है कोटा बॉर्डर के पास 5 दिनों में लगभग 2 बार NH30 जाम हुआ है। जिसके कारण आवागमन पूरी तरह से बंद हो चुका है इसका असर छत्तीसगढ़ के सभी पड़ोसी राज्यों में पड़ रहा है। उड़ीसा से स्वास्थ सुविधाओं के लिए छत्तीसगढ़ आने वाले एंबुलेंस के पहिए भी थम गए हैं।
प्रभावित वार्डों के लिए बनाए गए सेंटर
सुकमा जिले की कलेक्टर हरीश एस ने कोटा में बाढ़ के हालात का जायजा लिया है इस दौरान उन्होंने एकलव्य विद्यालय पहुंचकर प्रभावित वालों के लिए सेंटर्स बनाए जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कोंटा नगर बॉर्डर के पास वीरापुरम में गोदावरी नदी सबरी के पानी से एनएच जाम होने का निरीक्षण किया है। साथ ही जिला के आला अधिकारियों को बाढ़ की स्थिति में बचाव कार्य के आवश्यक निर्देश दिए हैं।