नितिन मिश्रा, RAIPUR. भिलाई आईआईटी देश की पहली आईआईटी बनने जा रही है। जहां अब स्टूडेंट्स हिंदी में भी बीटेक की पढ़ाई कर सकेंगे। साथ ही स्टूडेंट्स को छत्तीसगढ़ी बोली भी सिखाई जाएगी। जिससे स्टूडेंट्स लोकल लोगों से बातचीत कर सकें। आईआईटी में देश भर से स्टूडेंट्स पढ़ने आए हुए हैं। स्टूडेंट्स को भोजन में मिलेट्स से बने प्रोडक्ट्स परोसे जाएंगे।
भिलाई आईआईटी बनेगा हिंदी में पढ़ाने वाला पहला संस्थान
भिलाई में स्थित इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ हिंदी भाषा में स्टूडेंट बीटेक की पढ़ाई कर सकेंगे। सोमवार 7 अगस्त को भिलाई आईआईटी में बीटेक फर्स्ट ईयर की क्लास शुरू हुई। आईआईटी के डायरेक्टर राजीव प्रकाश ने खुद फर्स्ट ईयर के बच्चों की क्लास ली और उनका उत्साहवर्धन किया। सभी आईआईटी में पढ़ाई अंग्रेजी भाषा में होती है। लेकिन भिलाई में हिंदी में भी क्लास लगाने की पहल की गई है। इसके साथ ही भिलाई आईआईटी देश का पहला आईआईटी होगा। जहां हिंदी भाषा में बीटेक की पढ़ाई कराई जा रही हो। इतना ही नहीं भिलाई आईआईटी के छात्रों को छत्तीसगढ़ी भी सिखाई जाएगी। जिससे छात्र-छात्राओं के गांव के लोगों से बातचीत कर सकें। नहीं तो इतना समझ सके कि सामने वाला क्या कह रहा है। छत्तीसगढ़ सीखने से स्टूडेंट्स का छत्तीसगढ़ के प्रति अपनत्व बढ़ेगा।
भोजन में मिलेट्स प्रोडक्ट
आईआईटी के छात्रों को छत्तीसगढ़ी संस्कृति से जोड़ने के लिए पहले दिन उन्हें भोजन में कोदो, कुटकी और रागी से बने व्यंजन भी परोसे गए। मिलेट्स प्रोडक्ट के जरिए स्टूडेंट्स को छत्तीसगढ़ के संस्कृति से भी जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। देशभर से आए स्टूडेंट्स को छत्तीसगढ़ की संस्कृति और खानपान के बारे में बताया जा रहा है।