BHOPAL. ट्रैफिक सुविधाजनक ट्रैफिक के लिए बनाया गया राजधानी का BRTS कॉरिडोर सोमवार, 8 जनवरी से हटाया जाएगा। इसकी शुरुआत बैरागढ़ से होगी यानी सबसे पहले हलालपुर से विसर्जन घाट तक के कॉरिडोर को हटाया जाएगा। बताते हैं बैरागढ़ में डबल डेकर फ्लाईओवर बनाया जाना है।
इस मामले में पीडब्ल्यूडी के एक्जीक्यूटिव इंजीनियर जावेद शकील के मुताबिक BRTS को हटाने की योजना को हाई लेवल से मंजूरी मिल चुकी है। कॉरिडोर को हटाकर इस जगह पर डबल डेकर फ्लाईओवर के पिलर बनाए जाएंगे।
सितंबर 2013 में बना था BRTS
भोपाल में 24 किमी का BRTS कॉरिडोर सितंबर 2013 में बन कर तैयार हुआ था और इसे लाल सिटी बसों के अलावा इमरजेंसी वाहनों के लिए आरक्षित किया गया। BRTS के बनाने और इसके मेंटेनेंस आदि पर 10 साल में 685 करोड़ रुपए खर्च हो चुके हैं।
15 चौराहे और 30 से ज्यादा कट पॉइंट होंगे रीडिजाइन
जानकारी के अनुसार लालघाटी से मिसरोद तक BRTS कॉरिडोर में 15 चौराहे और 30 से ज्यादा कट पॉइंट हैं। जिन्हें रीडिजाइन कराया जाएगा। साथ ही सबसे पहले बैरागढ़ में संतजी की कुटिया से विसर्जन घाट तक करीब 3 किमी का BRTS कॉरिडोर हटाने का काम पीडब्ल्यूडी करेगा। यहां पीडब्ल्यूडी डबल डेकर फ्लाईओवर बना रहा है। फ्लाईओवर के साथ ही यहां सिक्स लेन रोड, फुटपाथ और साइकिल ट्रैक भी बनेगा।
सीएम की पहले ही मिल चुकी मंजूरी
सीएम डॉ. मोहन यादव ने BRTS कॉरिडोर को हटाने की पहले ही मंजूरी दे दी है। इसके बाद प्रशासन ने इसकी कार्ययोजना तैयार कर ली है। सोमवार को एक समीक्षा बैठक में सीएम के सामने BRTS कॉरिडोर हटाने का प्रजेंटेशन दिया जा सकता है।
ये चौराहे और तिराहे होंगे रीडिजाइन
BRTS कॉरिडोर को हटाने के दौरान इसके बीच आने वाले चौराहे और तिराहों को रीडिजाइन किया जाएगा। इस रूट पर 15 चौराहे और करीब 30 से ज्यादा कट पॉइंट हैं। इस रूट पर पड़ने वाले चौराहे-तिहारों में लालघाटी, इमानी गेट, मोती मस्जिद, रेतघाट, कमला पार्क, पॉलिटेक्निक चौराहा, बाणगंगा, रोशनपुरा, नानके तिराहा, शिवाजी, व्यापमं, बोर्ड ऑफिस, बीयू, , विद्या नगर, बागसेवनिया, चिनार फॉरच्यून और मिसरोद आदि शामिल हैं।
सेंट्रल वर्ज बनेगा, लेनिंग नए सिरे से होगी
नगर निगम कमिश्नर फ्रैंक नोबल ए ने बताया कि लालघाटी से मिसरोद तक पूरी की रोड पर सेंट्रल वर्ज बनाया जाएगा और इसके लिए नए सिरे से लेनिंग होगी। साथ में लेफ्ट टर्न भी क्लियर किए जाएंगे। इसका पूरा प्लान तैयार कर लिया गया है। क्रमबद्ध तरीके से इसे लागू किया जाएगा। सीएम मोहन यादव 8 जनवरी केा भोपाल संभाग की समीक्षा करने वाले हैं। उससे पहले प्रशासन BRTS कॉरिडोर हटाने का काम शुरू करना चाहता है ताकि इसे एक उपलब्धि के रूप में बताया जा सके।
सिग्नल सिस्टम भी नया बनेगा
जानकारी के अनुसार भोपाल शहर का सिग्नलिंग सिस्टम भी नए सिरे से बनाया जाएगा। BRTS कॉरिडोर के कारण बसों की क्रॉसिंग को देखते हुए बड़ी संख्या में ट्रैफिक सिग्नल लगाए गए थे। इसकी पूरी स्टडी कराई जा रही है। जिससे यह देखा जा सके कि कहां सिग्नल की जरूरत है और कहां नहीं? सिग्नल की आइमिंग भी नए सिरे से तय होगी।
पूरे BRTS कॉरिडोर में बस स्टॉप रोड के बीच में बने हुए हैं। अब इन्हें रोड के किनारे शिफ्ट करना है। हर बस स्टॉप के लिए दोबारा जगह चिन्हित करनी होगी।