JABALPUR. आईएसआईएस के इशारे पर सोशल मीडिया के जरिए मुस्लिम युवाओं को बरगलाने और उनका ब्रेनवॉश करने के मामले में एनआईए ने जबलपुर से एक और गिरफ्तारी की है। मई महीने में एनआईए ने जबलपुर के 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया था। माना जा रहा है कि उन्हीं तीनों से मिले इनपुट के आधार पर एनआईए की टीम ने कासिफ खान नाम के युवक को गिरफ्तार कर लिया। आरोप है कि मुस्लिम युवाओं का ब्रेनवॉश कर उन्हें आईएसआईएस से जोड़ने के काम में कासिफ भी अहम किरदार था। जिसकी एनआईए को तलाश थी।
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मामूर, आदिल और शाहिद का था साथी
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक कासिफ मई माह में पकड़े गए सैयद मामूर अली, मो. आदिल खान और मो. शाहिद का ही साथी था। वह इन तीनों के साथ मिलकर काम करता था। गिरोह का काम मुस्लिम युवाओं का ब्रेनवॉश कर उन्हें कट्टर बनाना और फिर आईएसआईएस के लिए काम करने प्रेरित करने का था। युवाओं को कट्टरपंथी बनाने के लिए कासिफ कई प्रकार के कार्यक्रम भी आयोजित करता था।
मई में दी थी जबलपुर में दबिश
बता दें कि एनआईए ने 27 मई को जबलपुर में आधा दर्जन ठिकानों पर दबिश दी थी। आईएसआईएस मॉड्यूल के तहत मुस्लिम युवाओं को सोशल मीडिया के जरिए बरगलाने की साजिश का भंडाफोड़ किया था। उस दौरान सैयद मामूर, मोहम्मद आदिल और मोहम्मद शहिद को हिरासत में लेने के अलावा आधा दर्जन लोगों से पूछताछ भी की गई थी। एक वकील के घर से कारतूसों के अलावा कई आपत्तिजनक सामग्री भी बरामद हुई थी।
एक बार फिर मुस्लिम इलाकों में सनसनी
एनआईए की इस कार्रवाई की खबर आज जैसे ही लोगों को लगी तो मुस्लिम इलाकों में सनसनी सी फैल गई। हालांकि पूर्व में पकड़े गए आरोपियों से जुड़े हुए लोगों को इस बात की जानकारी थी कि कासिफ का आरोपियों के साथ उठना बैठना था। लेकिन वह इन खतरनाक मंसूबों में भी आदिल, मामूर और शाहिद का साथी था। इस पर लोगों को यकीन नहीं हो रहा। वहीं इतने महीनों बाद इस कार्रवाई पर भी लोग सवालिया निशान लगा रहे हैं।