Bhopal. मध्यप्रदेश के भोपाल स्थित पीपुल्स ग्रुप (bhopal ed raids news) पर ED ने बीते रोज रेड डाली। यह कार्रवाई फॉरेन फंडिंग (Foreign Funding) की जांच को लेकर की गई। पीपुल्स ग्रुप कई क्षेत्रों में काम करता है। भोपाल में ग्रुप के अस्पताल, अखबार, फिल्म, बाइक रिपेयरिंग, जड़ी-बूटी और मॉल के अलावा कई कारोबार हैं। अलग-अलग ठिकानों पर ईडी की कई टीमें जांच कर रही हैं। ग्रुप से जुड़े प्रमुख लोग देशभर में 30 से ज्यादा कंपनियां संचालित कर रहे हैं। इन कंपनियों में ग्रुप के चेयरमैन सुरेश नारायण विजयवर्गीय (Suresh Narayan Vijayvargiya) या उनसे जुड़े लोग डायरेक्टर हैं।
विदेशी फंड में हेरफेर
ईडी की कार्रवाई से पता चला है कि ग्रुप के द्वारा संचालित हो रही कंपनियों को सुरेश नारायण विजय, राम विलास विजय, सावित्री देवी विजय, रोहित पंडित, अभय पाटीदार, मयंक विश्नोई, इश्ताक हुसैन सिद्दीकी, पंकजा कुमारी सिंह, नेहा विजयवर्गीय, अशोक कुमार खुराना के नाम से रजिस्टर्ड हैं। ईडी को इन्हीं कंपनियों में विदेशी फंड के हेरफेर का संदेह है। इनमें बड़े स्तर पर निवेश की जानकारी मिली है। ईडी का कार्रवाई अभी भी जारी है।
28 कंपनियों की जानकारी ईडी ने अब तक जुटाई
- एनर्जी डेवलपमेंट कंपनी
टैक्स चोरी की आशंका
पीपुल्स ग्रुप के कॉलेज, न्यूज पेपर के कार्यालय समेत अन्य कई ठिकानों पर 26 मई की सुबह ईडी की टीमों ने अलग-अलग एक साथ छापा मारा। जानकारी के अनुसार पीपुल्स ग्रुप पर विदेशी फंडिंग को लेकर शिकायत के बाद कार्रवाई की गई है। इससे पहले भी पीपुल्स ग्रुप पर टैक्स चोरी के मामले में आयकर की टीम ने छापा मारा था। पीपुल्स ग्रुप के भोपाल, इंदौर, मुंबई के ऑफिस पर छापे में करोड़ों रुपए की कर चोरी की बात सामने आई थी। पीपुल्स ग्रुप समाचार पत्र के साथ ही शैक्षणिक संस्थाओं का संचालन करता है। फिलहाल भोपाल में पीपुल्स ग्रुप के कई ठिकानों पर ईडी की जांच जारी है।