SIDHI. सीधी में पेशाब कांड के बाद प्रवेश शुक्ला के मकान पर बुल्डोजर चलाने का विरोध होने लगा है। विंध्य क्षेत्र के ब्राह्मण इसे समाज की बेइज्जती मानकर कार्रवाई के विरोध में इकट्ठा होने लगे हैं। यहां के ब्राह्मणों ने आरोपी प्रवेश शुक्ला के परिवार का समर्थन किया और पूछा कि उसपर रासुका किस आधार पर लगाया। इतना ही नहीं अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा ने 10 जुलाई को सीधी में सरकार के खिलाफ बड़ा आंदोलन किया। समाज के लोगों का कहना है कि सरकार आरोपी से रासुका हटवाए और निर्दोष परिवार को दोबार उनका घर बनवा कर दिया जाए। समाज के लोगों ने मांग की कि शुक्ला परिवार को दोबारा घर बनवाने के लिए 10 लाख की मदद दी जाए। उन्होंने कहा कि पिछली बार ‘माई के लाल’ की वजह से सरकार चली गई थी। मांगें नहीं मानी गईं तो इस बार हम अपना प्रत्याशी उतारेंगे।
रासुका लगाने वाला अपराध नहीं किया
अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा के अध्यक्ष कुलदीप भारद्वाज ने कहा- प्रवेश शुक्ला के समर्थन में वे दिल्ली से आए हैं और विंध्य क्षेत्र के ब्राह्मण भी उसके समर्थन में हैं। प्रवेश पर रासुका लगाने पर उन्होंने कहा कि उसे बेवजह आरोपी बनाया गया है। वीडियो पुराना है और उसके बाद प्रवेश ने ऐसा कोई काम नहीं किया जिससे देश की सुरक्षा को किसी भी तरह का खतरा हो। से रासुका में अपराधी बना दिया गया। इस संबंध में हमने हमने डीएम को ज्ञापन सौंप कर दो मांगें रखी हैं। पहली यह है कि आरोपी से रासुका हटाया जाए। दूसरी प्रदेश सरकार घर बनवाने के लिए परिवार को 10 लाख की राशि दे।
भारद्वाज ने आगे कहा कि स्थानीय विधायक केदारनाथ शुक्ल से मांग है कि विधानसभा के 11 जुलाई से 15 जुलाई के सत्र में परिवार के पक्ष में यह मुद्दा उठाएं। सांसद रीति पाठक संसद में इस मुद्दे को उठाएं। अगर वे ऐसा नहीं करते हैं तो पितृ पक्ष की अमावस्या को इस प्रदेश सरकार का श्राद्ध करेंगे और ब्राह्मण महासभा रीवा संभाग की सभी सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारेगी।