Bilaspur। कांग्रेस के बूथ चलो अभियान के तहत सीएम भूपेश बघेल बिलासपुर पहुँचे। सीएम भूपेश ने कार्यकर्ताओं को अगर फटकारा तो पुचकारा भी। सीएम भूपेश ने वोटर लिस्ट को लेकर एक एक बूथ प्रभारी से सवाल जवाब और तमाम दरयाफ़्त किए। सीएम भूपेश इस क्लास में उसी 2013 से 2018 के उसी पीसीसी चीफ़ अंदाज में दिखे जिसे हर कार्यकर्ता से सीधा संवाद करना होता था और कोई चूक बर्दाश्त नहीं होती थी।
वोटर लिस्ट नहीं तो उल्टे पाँव घर रवाना किया सीएम भूपेश ने
बूथ समिति की बैठक लेते ही सीएम भूपेश बघेल ने सवाल शुरु किए। सीएम भूपेश ज़ोन अध्यक्ष से सवाल किया -“कितने सेक्टर हैं, कितने पोलिंग बूथ हैं” सीएम भूपेश ने पोलिंग बूथ अध्यक्षों को खड़ा किया और उसने मतदाताओं की संख्या महिला पुरुष के साथ पूछी। पहले पोलिंग बूथ अध्यक्ष से ही सीएम भूपेश ने सवाल किया मतदाता सूची कहाँ है, जवाब आया कि, घर पर है। भड़के सीएम भूपेश ने फटकारते हुए उसे घर जाने को कहा
“वोटर लिस्ट घर पर है.. क्या करेगा वोटर लिस्ट घर पर.. अंडा देगा.. तुरंत वापस घर जाओ और घर से वोटर लिस्ट लेकर आओ”
अनुभाग के सवाल पर फँसे कार्यकर्ता
बैठक में सीएम भूपेश ने वोटर लिस्ट को दिखाते हुए एक सवाल किया जिसमें कमोबेश सभी उलझ गए। सीएम भूपेश ने सवाल किया
“ये वोटर लिस्ट है न.. अनुभाग कितना है.. कहाँ लिखा है बताओ”
कार्यकर्ताओं को जब जवाब नहीं सूझा तो मुस्कुराते हुए सीएम भूपेश ने वोटर लिस्ट पढ़ाते हुए कहा
“ये है वोटर लिस्ट.. अब विधानसभा क्षेत्र क्रमांक.. अब ये देख बेटा.. ये है अनुभाग.. तेरी लिस्ट में पंद्रह अनुभाग हैं..समझे! अब तुमको अनुभाग नहीं पता तो एक अनुभाग में तीन को जोड़ना है वो कैसे होगा, एक अनुभाग में एक सियान एक महिला और एक युवा को जोड़ना है, ताकि हर गली में हमारा कार्यकर्ता उपस्थित रहे।”
सीएम भूपेश की नसीहत
सीएम भूपेश ने कार्यकर्ताओं को बहुत एहतराम से समझाया कि आखिर ये बूथ समिति और मतदाता सूची की अहमियत क्या है। सीएम भूपेश ने कहा
“मतदाताओं की जानकारी नहीं रहेगी तो सत्ता के काम को मतदाताओं तक आप पहुँचाएँगे कैसे। मतदाताओं को जोड़ना गलत का हटाना ये काम बीएलए के ज़रिए ही होगा। केवल बीएलए की बात ही आयोग मानेगा यह ध्यान रखिए।”
सीएम भूपेश ने कहा
“बीजेपी की ख़ासियत है झूठ को पुरजोर बोलती है,दुर्ग में शाह जी बोल दिए कि धान का पैसा केंद्र देती है। अब बीजेपी कार्यकर्ता घर घर जाएगा और किसान को बताएगा कि आप लोग भूपेश सरकार सोचते हो, कांग्रेस सरकार सोचते हो, पैसा तो मोदी सरकार दे रही है। इसकी काट कैसे करेंगे आप, जब आप घर तक पहुँचेंगे, लोगों से सीधे संवाद करेंगे। सरकार ने जो काम किए हैं उनकी जानकारी रखिए। छत्तीसगढ़ियावाद जोड़ने की बात है तोड़ने की नहीं है।हम राहुल जी की बात पर चलते हैं नफ़रतों के बाज़ार में मोहब्बतें रखते हैं।”