नितिन मिश्रा, BILASPUR. रेलवे में पिछले कई महीनों से ट्रेन को लेट लतीफी का दौर जारी था, लेकिन अब ट्रेनों के लगातार कैंसिल होने का सिलसिला जारी है। अब तक 38 सौ से ज्यादा ट्रेनों को कैंसिल किया गया है। जिसमें अधिकतर ट्रेनें छत्तीसगढ़ से गुजरने और चलने वाली हैं। ट्रेनें रद्द होने से रेलवे को 59 करोड़ का नुकसान हुआ है।
यात्रियों को 24 घंटे पहले मिलती है सूचना
यात्री गाड़ियों के लेट होने यार रद्द होने की बात करें तो सितंबर 2022 से अगस्त 2023 तक 3 हजार 800 ट्रेनों को रद्द किया गया हैं। ट्रेन कैंसिल होना इन दिनों आम बात हो गई है। ट्रेनों के कैंसिल होने से 39 लाख 36 हजार यात्रियों को अपना सफर भी कैंडल करना पड़ा है। यदि किसी दूसरी ट्रेन से भी यात्री सफर करना चाहे तो वो भी नहीं कर सकता क्योंकि एक साथ कई ट्रेनें कैंसिल कर दी गई हैं। ट्रेनों के रद्द होने की सूचना यात्रियों को 24 घंटे पहले दी जाती है। आने वाले एक दो साल तक इसी प्रकार से परेशानियों का सामना करना पड़ेगा, जब तक कि अलग सेक्शनों का काम पूरा नहीं हो जाता है।
टिकट में हो रहा करोड़ो का नुकसान
रेलवे में ज्यादातर यात्री लोकल ट्रेन का सहारा लेते हैं। साथ ही पास के शहर जाने के लिए नौकरी पेशा व्यक्ति के लिए रेलवे सबसे सस्ता साधन होता है। लेकिन अब छोटे स्टेशनों के यात्रियों ने भी रेलवे के आगे हाथ खड़े कर दिए हैं। कई बार सूचना नहीं मिलने से यात्रियों को घंटो तक स्टेशनों में बैठना पड़ता है। इसके बाद ट्रेन रद्द होने की जानकारी मिलती है। रेलवे द्वारा ट्रेनों के 3 हजार 800 फेरों को रद करने में 39 रुपए का नुकसान टिकटों से होली 59 करोड़ रुपए की कमाई का नुकसान हुआ।