मनीष गोधा, JAIPUR. राजस्थान बीजेपी की चौथी परिवर्तन यात्रा आज मंगलवार से हनुमानगढ़ के गोगामेड़ी धार्मिक स्थल से शुरू हुई। जिन सात जिलों में यह यात्रा जाएगी, उसे राजस्थान की किसान बेल्ट के रूप में जाना जाता है। शायद यही कारण रहा कि यात्रा की शुरुआत के मौके पर केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और अन्य नेताओं के भाषणों में किसान छाए रहे। गडकरी ने तो इथेनॉल, बिटुमिन और हाइड्रोजन उत्पादन की बात कह कर किसानों को करोड़पति बनने का सपना भी दिखाया।
परिवर्तन यात्रा की शुरुआत में छाए किसान
बीजेपी की यह चौथी परिवर्तन यात्रा हनुमानगढ़ से शुरू हो कर गंगानगर, बीकानेर, चूरू, सीकर, झुंझुनू होती हुई अलवर में समाप्त होगी। राजस्थान के इस हिस्से में सबसे ज्यादा किसान हैं। गंगानगर और हनुमानगढ़ को राजस्थान में धान का कटोरा कहा जाता है। ऐसे में पार्टी की परिवर्तन यात्रा की शुरुआत में किसान ही छाए रहे।
वसुंधरा राजे पर बोले गडकरी
केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने भी अपने मौजूदा कार्यकाल के बजाए जल संसाधन मंत्री के रूप में अपने पिछले कार्यकाल की बात ज्यादा की। उन्होंने बताया कि कैसे उस समय राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे अपने मंत्रियों को लेकर आती थीं और राजस्थान की सिंचाई परियोजनाओं और जल विवादों को हल कराती थीं।
गडकरी की किसानों को सलाह
गडकरी ने विदर्भ में किसानों की आत्महत्याओं का जिक्र भी किया और कहा कि अब समय आ गया है कि किसान परंपरागत कृषि के साथ ही कुछ नया सोचें और अपनी उपज से इथेनॉल, बिटुमिन और हाइड्रोजन के उत्पादन के बारे में काम करें। ये किसानों को करोड़पति बनाएंगे। किसानों का बायो इथेनॉल सिर्फ गाड़ियां नहीं बल्कि हवाई जहाज तक उड़ाएगा। उन्होंने कहा कि जल संसाधन मंत्री रहते उन्होंने राजस्थान की सिंचाई से जुड़ी बड़ी समस्याओं को हल करने का प्रयास किया था और आज सड़क परिवहन मंत्री के रूप में वे यहां के लोगों के लिए कोई काम नहीं छोड़ेंगे। उन्होंने जनता से अपील की कि राजस्थान में डबल इंजन की सरकार लाइए और बुलेट गति से विकास होता देखिए।
कांग्रेस पर राजे का निशाना
गडकरी ने कहा कि दस दिन पहले इथेनॉल से चलने वाली गाड़ी लॉन्च की है, जो किसानों के बनाए बायो इथेनॉल से चल रही है। किसानों के तैयार किए गए इथेनॉल से ही हवाई जहाज भी चलेंगे। देश का 16 लाख करोड़ का इम्पोर्ट कम होगा। वहीं पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने अपने कार्यकाल के दौरान इन जिलों में कराए गए विकास के काम गिनाते हुए कहा कि हम जो काम अधूरे छोड़ गए थे, उन्हें इस सरकार ने वैसा ही छोड़ रखा है। पांच साल में इस सरकार ने कुछ नहीं किया। जिस हालत में छोड़ कर गए थे वैसा ही है। उन्होंने कहा कि एक तरफ मोदी जी हैं, दूसरी तरफ अशोक गहलोत हैं, जिनके राज में चार दर्जन किसानों ने आत्महत्या की है। किसी को भी फसल बीमा का पैसा नहीं मिला। हमने नहर का पानी आखिरी छोर तक पहुंचाया। आज पानी की चोरी भी हो रही है और हरियाणा तक पानी जा रहा है। यहां के छोटे बच्चे तक ड्रग्स ले रहे हैं लेकिन सरकार कुछ नहीं कर रही है।
वहीं उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि आज हम परिवर्तन क्यों चाहते हैं, इसके बारे में मुझे कहने की जरूरत नहीं है। सिंचाई का पानी यहां नहीं मिलता है। एक तरफ राम रूठ गया और राज भी रूठ गया। आज किसान यहां परेशान हैं। यह लाल डायरी की सरकार है। सरकार के हिस्सा रहे मंत्री ने उन्हें बर्खास्त कर दिया। इसमें करोड़ों का भ्रष्टाचार है।
उपनेता प्रतिपक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि नागराज का जहर उतारने के लिए गोगामेड़ी आते हैं, इसलिए कांग्रेस का जहर उतारने के लिए यहां से शुरू कर रहे हैं। बहुत बरसों तक कांग्रेस ने किसानों, महिलाओं सबका शोषण किया। किसानों का जीवन यदि किसी ने बदला अटल बिहारी वाजपेयी ने बदला। कांग्रेस पार्टी तो राम की विरोधी रही है। बीजेपी एक-एक गलती का हिसाब लेगी।
वसुंधरा को कई बार याद किया गडकरी ने
पार्टी के राष्ट्रीय नेताओं में वसुंधरा राजे की सबसे अच्छी ट्यूनिंग नितिन गडकरी के साथ मानी जाती है और यह आज नजर भी आया जब गडकरी ने अपने भाषण में कई बार वसुंधरा राजे का उल्लेख किया और बताया कि कैसे वे राजस्थान की परियोजनाओं को पूरा कराने के लिए चिंतित रहती थीं। जनता से भी राजे को अच्छा रेस्पांस मिला।
राठौड़ पूनिया के हाथ रहेगी यहां की यात्रा
राजस्थान के उत्तरी क्षेत्र की इस यात्रा की कमान नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़़ और उपनेता प्रतिपक्ष सतीश पूनिया के हाथों में रहेगी। राठौड़ इस क्षेत्र में पार्टी का सबसे बड़ा चेहरा हैं, वहीं चूंकि यह जाट मतदाता बहुल क्षेत्र है इसलिए पार्टी ने पूनिया को भी आगे रखने का फैसला किया है। पूनिया हालांकि जयपुर के पास आमेर से विधायक हैं, लेकिन वे रहने वाले चूरू के ही हैं।