अरुण तिवारी, BHOPAL. बीजेपी की अनुशासन समिति की बैठक में विधानसभा चुनाव में पार्टी के अधिकृत उम्मीदवारों के खिलाफ काम करने वालों नेताओं की शिकायतों पर चर्चा की गई। पार्टी के सामने 100 नेताओं की शिकायतें आई हैं। ये वे नेता हैं जिनकी शिकायत पार्टी उम्मीदवारों ने की है। इन नेताओं पर पार्टी की खुलकर खिलाफत करने या भितरघात करने का आरोप हैं। पार्टी ने इन नेताओं पर साक्ष्य जुटाने को कहा है। अगली बैठक में इन पर फैसला किया जाएगा।
मिल सकती है माफी
आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर बीजेपी इन नेताओं पर रहम बरत सकती है। सूत्रों की मानें तो बैठक में गंभीर प्रकरण छोड़कर बाकी नेताओं को माफी दी जा सकती है। हालांकि इसके लिए उनको माफीनामा देना होगा। यदि पार्टी के खिलाफ काम करने वाले नेता संगठन को माफी का आवेदन देते हैं और कहते हैं कि वे आगे कभी ऐसा कृत्य नहीं करेंगे तो उनको माफी दी जा सकती है। पार्टी के कई ऐसा नेता हैं जो पहले विधायक रहे हैं और उनका क्षेत्र में जनाधार भी है, उन्होंने पार्टी के खिलाफ चुनाव लड़ा है। हालांकि इनको पहले ही पार्टी से बाहर किया जा चुका है, लेकिन फिर भी यदि वे माफी मांगते हैं तो उस पर विचार किया जा सकता है।
इन नेताओं ने पहुंचाया बीजेपी को नुकसान
ममता मीणा - पूर्व विधायक
रुस्तम सिंह - पूर्व मंत्री
रसाल सिंह - पूर्व विधायक
केके श्रीवास्तव - पूर्व विधायक
गिरिजाशंकर शर्मा - पूर्व विधायक
हर्षवर्धन चौहान - नंदकुमार सिंह चौहान के पुत्र
मोती कश्यप - पूर्व मंत्री
केदारनाथ शुक्ला - पूर्व विधायक
पंचूलाल प्रजापति - पूर्व विधायक
मीरा यादव - पूर्व विधायक
भगवती चौरे
ज्योति दीक्षित
विनय दीक्षित
संतोष शुक्ला
अशोक विश्वकर्मा
फूलवती सिंह
रमेश कोल
रत्नाकर चतुर्वेदी
अमिता बागरी
रंजोर सिंह बुंदेला
अवधेश राठौर
घासीराम पटेल
सुरेंद्र सिहं ठकराल
राजीव यादव
धनसिंह बारिया
पूरणमल अहीर