JODHPUR (BALASAR). भ्रष्टाचार के संबंध में दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के एक लोकप्रिय बयान का जिक्र करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार (28 जून) को कहा कि वह किसी भी प्रधानमंत्री की आलोचना नहीं करते। क्योंकि उनका मानना है कि प्रधानमंत्री एक व्यक्ति नहीं बल्कि एक संस्था होते हैं। चाहे वह किसी भी राजनीतिक दल के क्यों ना हों। सिंह ने कहा कि मैं आपको याद दिलाना चाहता हूं। राजीव गांधी हमारे भारत के प्रधानमंत्री थे। उन्होंने एक बार ईमानदारी के साथ चिंता और लाचारी व्यक्त करते हुए कहा था कि क्या करें? देश में भ्रष्टाचार इतना अधिक है कि मैं ऊपर से 100 पैसे भेजता हूं, लेकिन लोगों की जेब तक केवल 15 पैसे पहुंच पाते हैं। 85 पैसे भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाते हैं।
कौन भूल सकता है, इसी जोधपुर के जांबाज योद्धा हनुत सिंह को, जिन्होंने बसंतर की लड़ाई में बहादुरी का परिचय देते हुए महावीर चक्र प्राप्त किया।
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— BJP Rajasthan (@BJP4Rajasthan) June 28, 2023
प्रधानमंत्री व्यक्ति नहीं संस्था होता है
जोधपुर में रक्षामंत्री ने कहा कि लेकिन हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इसको भी चुनौती के रूप में स्वीकार किया। राजीव गांधी ने जो मजबूरी व्यक्त की थी, उसे प्रधानमंत्री ने चुनौती के रूप में लिया। आज 100 पैसा यदि दिल्ली से चलता है, तो 100 का 100 पैसा आपकी जेब में पहुंचता है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के माध्यम से यह आपको देखने को मिला होगा। रक्षा मंत्री ने कहा कि मैं राजीव गांधी की आलोचना नहीं कर रहा। मैं किसी प्रधानमंत्री की आलोचना नहीं करता हूं। चाहे वह किसी भी राजनीतिक पार्टी के हों। क्योंकि मैं मानता हूं प्रधानमंत्री व्यक्ति नहीं होता है बल्कि संस्था होता है। चाहे वह किसी भी दल का प्रधानमंत्री क्यों ना हो, उनका सम्मान किया जाना चाहिए।
पीएम मोदी ने भ्रष्टाचार को कम करने की कोशिश की
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भ्रष्टाचार को कम करने की कोशिश की है। यही कारण है कि मोदी सरकार के नौ वर्षों में कोई भी, उनके किसी भी कैबिनेट सहयोगी के खिलाफ भ्रष्टाचार का आरोप नहीं लगा सका।
राजनाथ सिंह यह भी कहा
प्रधानमंत्री मोदी के भोपाल में पिछले दिनों दिए गए एक भाषण के संदर्भ में रक्षा मंत्री ने कहा कि केंद्र, देश में समान नागरिक संहिता लागू करने की बात करता है तो राजनीतिक विरोधी इसे सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश करने लग जाते हैं। उन्होंने कहा कि समाज को बांटकर राजनीति नहीं करनी चाहिए, बल्कि समाज और देश को एक साथ लेकर राजनीति करनी चाहिए। जोधपुर के शेरगढ़ में एक रैली को संबोधित करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि हम जो करने जा रहे हैं, वह भारतीय संविधान में नीति निर्धारकों ने लिखा है। हम उन्हीं के वचन को पूरा करने जा रहे है।
जब प्रदेश में भाजपा की सरकार बनेगी तो पन्ना धाय के त्याग के बारे में यहाँ की पाठ्य पुस्तकों में भी पढ़ाया जायेगा।
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पन्ना धाय के त्याग की जीवनगाथा राजस्थान की पाठ्य पुस्तकों में शामिल की जाएगी
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि प्रदेश में बीजेपी की सरकार बनेगी तो पन्ना धाय के त्याग की जीवनगाथा को राजस्थान की पाठ्य पुस्तकों में भी पढ़ाया जाएगा। रक्षा मंत्री सिंह ने बालेसर में मोदी सरकार के नौ साल पूरे होने के उपलक्ष में आयोजित जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि कौन भूल सकता है, इसी जोधपुर के जांबाज योद्धा हनुत सिंह को, जिन्होंने बसंतर की लड़ाई में बहादुरी का परिचय देते हुए महावीर चक्र प्राप्त किया।
इससे पहले मौसम खराब होने और बारिश होने के चलते रक्षामंत्री हेलिकॉप्टर की बजाए सड़क मार्ग से बालेसर पहुंचे। रक्षामंत्री को हवाई अड्डे से हेलिकॉप्टर से बालेसर जाना था, लेकिन बालेसर में बारिश होने के चलते वे हेलिकॉप्टर से नहीं जा पाए। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह बुधवार, 28 जून की शाम को कड़ी सुरक्षा के बीच जोधपुर एयरपोर्ट से सड़क मार्ग से सभा स्थल बालेसर पहुंचे।
सभास्थल पर उमड़ा हूजूम
सभास्थल पर लोगों का हुजूम उमड़ा। केंद्रीय रक्षा मंत्री के स्वागत के लिए जगह-जगह पर होर्डिंग एवं बीजेपी के झंडे लगाकर बालेसर को सजाया गया। बालेसर में चारभुजा मन्दिर के सामने रामावि खेल मैदान में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह शाम करीब पांच बजे पहुंचे। जनसभा के लिए विशाल डॉम और विशाल मंच तैयार किया गया था। जनसभा में जोधपुर संसदीय क्षेत्र के जोधपुर शहर, सूरसागर, बिलाड़ा, भोपालगढ़ लूणी, फलोदी, लोहावट, शेरगढ़ विधानसभा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं ने शिरकत की। जनसभा के लिए एक दर्जन थाना अधिकारियों के साथ बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था। कार्यक्रम स्थल पर पूर्व सैनिकों के बैठने की अलग से व्यवस्था की गई थी। इस मौके पर रक्षा मंत्री ने पूर्व सैनिकों से भी बातचीत की।