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MORADABAD. उप्र के मुरादाबाद जिले के संभल में बीजेपी किसान नेता अनुज चौधरी की गोलियां मारकर हत्या करने का मामला सामने आया है। ये पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है। बताया जा रहा है कि 10 अगस्त की शाम को अनुज चौधरी अपने भाई के साथ टहल रहे थे। इस बीच बाइक सवार 3 हमलावरों ने बीजेपी नेता पर गोली चलाई और फरार हो गए। अनुज चौधरी को उनके परिवालों ने फौरन एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां पर इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। परिवालों ने राजनीतिक रंजिश के चलते अनुज की हत्या करने का आरोप लगाते हुए बीजेपी नेता और ब्लॉक प्रमुख के बेटे सहित 3 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस इस घटना की जांच में जुटी है। इस मामले में दोषी तक पहुंचने के लिए 5 टीमों का गठित किया गया हैं।
मामले की जांच के लिए 5 टीमों का गठन
इस घटना पर मुरादाबाद के SSP हेमराज मीना ने बताया कि मुरादाबाद जिले के मझोला थाना क्षेत्र में 10 अगस्त की शाम को BJP नेता अनुज चौधरी पर अज्ञात लोगों ने गोली चलाई। जिसके बाद ब्राइट स्टार अस्पताल में इलाज के दौरान घायल अनुज की मौत हो गई। परिवारवालों की शिकायत पर अनिकेत और अमित के नाम के शख्स के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। SSP मीणा ने बताया कि उन्होंने पुलिस की 5 टीमों का गठिन किया है। इस टीम में 3 सीओ, 4 इंस्पेक्टर और 1 एसओजी (स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप) शामिल है।
स्वतंत्र देव सिंह के करीबी थे अनुज चौधरी
ऐसा कहा जा रहा है कि अनुज चौधरी ने 2021 में जनपद असमोली ब्लॉक प्रमुख पद का चुनाव लड़ा था। इस चुनाव में वो उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। असमोली की ब्लॉक प्रमुख के बेटे अनिकेत से अनुज चौधरी की चुनाव के बाद गर्मागर्मी हो गई थी। बताया जा रहा है कि अनुज चौधरी मौजूदा ब्लॉक प्रमुख के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने का ऐलान कर चुके थे। इसके बाद से ही दोनों में ज्यादा तनातनी चल रही थी। अनुज चौधरी यूपी सरकार के मंत्री स्वतंत्र देव सिंह के काफी करीबी बताए जाते हैं।
पहले मिल चुकी है पुलिस की सुरक्षा
अनुज चौधरी ने पहले भी संभल पुलिस को अपनी जान का खतरा बताया था। BJP नेताओं से संबंधों के चलते अनुज चौधरी को पुलिस की सुरक्षा उपलब्ध कराई। ये सुरक्षा अनुज चौधरी को 24 घंटे मिलती थी, लेकिन असमोली की ब्लॉक अध्यक्ष ने सत्ता पक्ष के लोगों के समर्थन में आने के बाद अनुज चौधरी ने विरोधियों से समझौता कर लिया। जिसके बाद उनकी सुरक्षा भी वापस ले ली गई थी।