वेंकटेश कोरी, JABALPUR. प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव के तीन जनवरी को प्रस्तावित जबलपुर प्रवास के पहले आयोजित प्रशासनिक और जनप्रतिनिधियों की बैठक समय से पहले ही खत्म हो गई। निर्धारित समय से पहले बैठक के खत्म हो जाने पर पाटन विधानसभा से बीजेपी विधायक अजय विश्नोई बिफर पड़े। उन्होंने बैठक को लेकर अधिकारियों का कम्युनिकेशन गैप का नतीजा करार दिया।
विधायक के पहुंचने से पहले खत्म हुई बैठक
दरअसल, सीएम मोहन के प्रस्तावित जबलपुर प्रवास के पहले होने वाली बैठक में संभाग के सभी वरिष्ठ अधिकारियों के अलावा जनप्रतिनिधियों को भी आमंत्रित किया गया था। जबलपुर कलेक्टर कार्यालय में हुई बैठक का समय 3 बजे निर्धारित किया गया था लेकिन यह बैठक समय के पहले ही खत्म हो गई और जब जनप्रतिनिधि निर्धारित समय पर बैठक में शामिल होने पहुंचे तो उन्हें पता चला की बैठक पहले ही खत्म हो चुकी है।
विधायक अजय विश्नोई ने जताया दुख
मुख्यमंत्री के जबलपुर आगमन के पहले आयोजित संभागीय बैठक में शामिल होने बीजेपी विधायक अजय विश्नोई भी पहुंचे। बैठक में शामिल होकर वे जबलपुर में धान खरीदी में हुई अनियमिताओं के मुद्दे को पुरजोर तरीके से उठाने वाले थे, लेकिन विधायक जब तक पहुंचे बैठक निर्धारित समय से पहले ही खत्म हो चुकी थी। अब इस स्थिति को विधायक विश्नोई ने अधिकारियों का कम्युनिकेशन गैप बताते हुए दुख जताया है।
विधायक का कहना है कि धन उपार्जन नीति के मुताबिक इस बार महिला स्व सहायता समूहों को भी इस प्रक्रिया में शामिल किया जाना था लेकिन जबलपुर में अधिकारियों की लापरवाही के चलते महिलाओं को इस प्रक्रिया से दूर रखा गया है, इस पर विधायक अजय विश्नोई ने कहा है कि उन्हें इस बात का दुख है क्योंकि प्रदेश की बीजेपी सरकार बहनों को लखपति बनाने की कोशिश कर रही है तो दूसरी तरफ धान खरीदी की पूरी प्रक्रिया में अब तक महिला स्व सहायता समूह को शामिल नहीं किया गया है।