BHOPAL. रतलाम में कांग्रेस के सीनियर लीडर व पूर्व केंद्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया ने BJP-RSS पर बड़ा आरोप लगाया है। उनका कहना है कि बीजेपी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ राम मंदिर का पैसा खा गए। शुरुआती राम मंदिर आंदोलन में अरबों रुपए इकट्ठा हुए। ऐसे में भूरिया ने सरकार से चंदे का पूरा हिसाब मांगा है
जिसने किया जमीन का घोटाला, उसी को बनाया प्रमुख
बता दें कि भूरिया बुधवार को रतलाम में ओल्ड पेंशन स्कीम लागू करने के लिए रेलवे कर्मचारी संगठनों के संयुक्त रूप से चल रहे आंदोलन में शामिल होने आए थे। वे रेलवे कर्मचारियों के साथ DRM ऑफिस के बाहर धरने पर बैठे। उधर, मुरैना दौरे पर आए पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भी बुधवार रात राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के बहाने BJP और RSS को जमकर घेरा है। साथ ही उन्होंने कहा, कि 'जब शंकराचार्य को नहीं बुलाया जा रहा है तो फिर कांग्रेस निमंत्रण कैसे स्वीकार कर ले।' दिग्विजय का कहना है कि हमारी ये घोर आपत्ति है कि हमारे शंकराचार्य को अपमानित किया जा रहा है। विश्व हिंदू परिषद ने कौन-सा धर्म का ठेका ले लिया है? क्या अधिकार है राम मंदिर पर? चंपत राय कौन हैं? ये संघ के प्रचारक हैं और जमीन का घोटाला किया है और इन्हीं को प्रमुख बना दिया गया है।
राम मंदिर आंदोलन में आए पैसे का हिसाब रखे BJP
रतलाम में मीडिया से बातचीत के दौरान भूरिया ने कहा, 'जनता हिसाब मांग रही है। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर देश के सभी लोगों का पैसा लगा है। हर वर्ग के व्यक्ति ने राम मंदिर के लिए पैसा दिया है। BJP ऐसे प्रचार कर रही है कि राम सिर्फ BJP के ही हैं। भगवान राम सभी के हैं। उनका भव्य मंदिर बनना चाहिए।' अयोध्या में श्री राम का मंदिर बनाने के लिए सालों से आंदोलन चल रहा था। सरकार से हमारी मांग है कि मंदिर बनाने के लिए सालों से जो आंदोलन हुआ और जो अरबों का पैसा आया है, उसका एक- हिसाब रखे। इस पैसे से मंदिर को भव्य बनाएं।'
BJP देश में अब जातियों को लड़ा रही
दिग्विजय सिंह का कहना है कि 'पूर्व प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव के समय से वहां की पूजा निर्मोंह अखाड़ा करता था। उसे क्यों छीना गया। BJP ने सिर्फ राम मंदिर को एक इवेंट बना लिया है, इसलिए वह अपने, RSS और विश्व हिंदू परिषद के लोगों को धर्म के नाम पर आगे करती है। उनका कहना है कि BJP ने हमेशा पहले हिंदू - मुसलमानों को लड़ाया है। अब देश के अंदर रहने वाली सभी जातियों को लड़ाने का काम कर रही है। इन्होंने पहले धर्म के नाम पर हिंदू - मुसलमान को बांटा, अब भगवान राम को बांटने की कोशिश कर रहे हैं। फूट डालो शासन करो, जो ब्रिटिश हुकूमत की पॉलिसी थी, उस पर बीजेपी संघ और हिंदू परिषद चल रही है।' अयोध्या में श्री रामलला प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर कमलनाथ और दिग्विजय सिंह के बयान भी सामने आ चुके हैं। कमलनाथ ने मंगलवार को छिंदवाड़ा में कहा, 'मंदिर सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर बन रहा है। सरकार BJP की है, इसलिए बनवाने की जिम्मेदारी उसी की है। BJP के पास राम मंदिर का पट्टा नहीं है।'