राजस्थान विधानसभा में पेपरलीक पर बीजेपी का हंगामा, ​​​​​​​राठौड़ बोले- हमारी नहीं तो पायलट की मानो, जिन्होंने कहा था RPSC भंग हो

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BP Shrivastava
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राजस्थान विधानसभा में पेपरलीक पर बीजेपी का हंगामा, ​​​​​​​राठौड़ बोले- हमारी नहीं तो पायलट की मानो, जिन्होंने कहा था RPSC भंग हो

JAIPUR. प्रदेश की भर्ती परीक्षाओं में पेपरलीक और गड़बड़ियों के मामले में बुधवार (19 जुलाई) को बीजेपी विधायकों ने विधानसभा में जमकर हंगामा किया। शून्यकाल में नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, पूर्व मंत्री वासुदेव देवनानी और विधायक अशोक लाहोटी ने भर्ती परीक्षाओं पर सवाल उठाए। उन्होंने पेपरलीक और ईओ भर्ती परीक्षा में पकड़े गए कांग्रेस नेता गोपाल केसावत के आरपीएससी सदस्यों से तार जुड़े होने के गंभीर आरोप लगाए। बीजेपी ने आरपीएससी को भंग करने और अब तक हुई आरपीएससी की भर्तियों की सीबीआई जांच की मांग करते हुए हंगामा किया।





नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने शून्यकाल में स्थगन के जरिए यह मामला उठाते हुए कहा कि आरपीएससी में भ्रष्टाचार का तांडव हो रहा है। हमारी तो मत मानो, लेकिन पायलट साहब की तो मानो। जिन्होंने पैरों के छालों की कसम खाकर कहा था आरपीएएसी को भंग करना चाहिए। अब तक आरपीएससी की जो परीक्षा है, उनकी सब की सीबीआई जांच होनी चाहिए। जिन लोगों के पेपरलीक और गड़बड़ियों से तार जुड़े हैं। जिनके दामन दागदार हैं। उन्हें हटाकर उनके तार कहां तक जुड़े हुए हैं, इसकी सीबीआई जांच करवाई जाए। हम नौजवानों को लुटने नहीं देंगे।





खुले बाजार में नौकरियां बिक रहीं, केसावत के तार किससे जुड़े?





नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ने कहा कि यह पहली बार हुआ है कि आरपीएससी जैसी संवैधानिक संस्था का सदस्य पेपरलीक में गिरफ्तार हो जाए। प्रदेश कांग्रेस कमेटी की बैठक में चांदी का चरखा चलाकर, जो सोने के तार निकाल रहा था। उसने एफआईआर में मंजू शर्मा का नाम लिया है। वो कह रहा था- एडवांस 25 लाख लूंगा। मैं आरपीएससी सदस्यों के बारे में उसकी चैट लेकर आया हूं। इनके नाम पर ही पैसे मांग रहा था। यह क्या हो रहा है? खुले बाजार में नौकरियां बिक रही हैं। हद तो तब हो गई। जब 18 जुलाई को हाईकोर्ट ने नोटिस दिया कि ईओ परीक्षा में गड़बड़ी हुई है। क्यों ना इसे रद्द कर दिया जाए।





राजस्थान में भ्रष्टाचार की गंगोत्री बह रही





राठौड़ ने कहा राजस्थान सरकार का भ्रष्टाचार और पेपरलीक तो बहस का मुद्दा नहीं रहा। ट्रांसपेरैंसी इंटरनेशनल सहित तीन एजेंसियों ने सर्वे में बताया कि यहां बिना करप्शन कोई काम नहीं होता है। जिस सरकार के कार्यकाल में 18 पेपर लीक हो जाएं। 14 परीक्षाएं रद्द हो जाएं। इनमें 1.30 करोड़ कैंडिडेट बैठे, 400 करोड़ की फीस दी। पेपरलीक से उन युवाओं के अरमान टूट गए। भ्रष्टाचार की गंगोत्री हर जगह बह रही है। यह पहली बार हुआ कि सचिवालय में फाइल की जगह नोट और सोना मिले। एक जॉइंट डायरेक्टर के खिलाफ कार्रवाई करके आप भूल गए।





 'अगला पेपर कौन सा लीक होने वाला है, सरकार पहले ही बता दे'





पेपलीक के मुद्दे पर अशोक लाहोटी ने कहा कि रीट पेपरलीक में एसओजी की रिपोर्ट आज तक सार्वजनिक क्यों नहीं की। आरपीएससी पेपरलीक में भारी बदनाम हो चुका है। आरपीएससी सदस्य बाबूलाल कटारा पेपरलीक में पकड़ा गया। कांग्रेस नेता गोपाल केसावत ईओ भर्ती परीक्षा में सलेक्शन के नाम पर लाखों लेते पकड़ा गया। उसके तार आरपीएससी मेंबर संगीता आर्य और मंजू शर्मा से जुड़ गए। इन सबकी नियुक्ति प्रदेश के मुखिया ने की है। लाहोटी ने कहा कि आरपीएससी चेयरमैन वही व्यक्ति है। जो तीन साल से राजस्थान के मुखिया की सुरक्षा कर रहा था। गोपाल केसावत के पकड़े जाने के बाद कुछ कहने की जरूरत नहीं रह गई है। एसीबी ने गोपाल की केसावत की रिमांड तक नहीं मांगी, लेकिन जब मामला मीडिया में उछला तो जेल जाने के बाद रिमांड पर लिया गया। इससे जाहिर होता है कि सरकार इसमें शामिल है। इस केस की जांच अलवर एसीबी को दी गई। उन्होंने कहा कि राजस्थान का नौजवान पूछ रहा है कि अगला पेपर कौन सा लीक होने वाला है। सरकार यह बता दे ताकि तैयारी कर रहे युवा पहले से सचेत हो जाएं।





जोधपुर में सामूहिक हत्याकांड भी विधानसभा में उठा





जोधपुर जिले में एक ही परिवार के चार लोगों की हत्या कर जलाने का मामला शून्यकाल के दौरान विधानसभा में उठा। आरएलपी विधायक पुखराज गर्ग ने पॉइंट ऑफ इंफर्मेशन के जरिए यह मामला उठाया।



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