RAIPUR. भारतीय जनता पार्टी ने 'सबका साथ सबका विकास' के अपने नारे के साथ मुस्लिमों को जोड़ने के लिए मोदी-मित्र बनाने का अभियान शुरू कर दिया है। आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ में साल के अंत में विधानसभा का चुनाव है, ऐसे में बीजेपी सभी वर्गों को साधने में लगी हुई है। इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ में अल्पसंख्यकों को साधने के लिए भारतीय जनता पार्टी 'मोदी मित्र अभियान' चला रही है। इसके तहत छत्तीसगढ़ की 5 लोकसभा सीटों में रायपुर, बिलासपुर, राजनांदगांव, सरगुजा और बस्तर में ये अभियान शुरू किया गया है।
बीजेपी का दावा
पार्टी का दावा है कि इन क्षेत्रों में मुस्लिम मतदाताओं की अच्छी संख्या है। पिछले एक माह में यहां 3 हजार मुस्लिमों को मोदी मित्र बनाया जा चुका है। मोदी मित्र अभियान चलाए जाने पर पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि हर वर्ग के लोगों को पार्टी के विचारधारा से जोड़ा जा रहा है। कांग्रेस पार्टी ने जाति के आधार पर राजनीति की है, बीजेपी का एक मूल मंत्र है 'सबका साथ सबका विकास'।
कांग्रेस ने बीजेपी के अभियान पर कसा तंज
कांग्रेस ने बीजेपी के इस अभियान पर तंज कसा है। कांग्रेस के संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि बीच बाजार में जूता मारे, गली में आके पांव पड़े यही स्थित भारतीय जनता पार्टी की है। जब उनके हितों की बात होगी तो खिलाफ में खड़े रहेंगे। जब हिंदू समाज की ध्रुवीकरण की बात होगी तो गाली दी जाती है। भारतीय जनता पार्टी के अवसरवादी चेहरे को लोग पहचानते हैं। मुस्लिम समुदाय के लोग बीजेपी के बहकावे में नहीं आने वाले हैं।
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क्या है मोदी मित्र अभियान ?
भारतीय जनता पार्टी ने अपने मोदी मित्र अभियान की शुरुआत सबसे ज्यादा लोकसभा सीटों वाले प्रदेश उत्तर प्रदेश से की है। यहां लोकसभा की 80 सीटें हैं। मोदी मित्र अभियान का जिम्मा बीजेपी के ही अल्पसंख्यक मोर्चा के सिर पर है। इस अभियान का मकसद ज्यादा से ज्यादा मुसलमानों को भारतीय जनता पार्टी से जोड़ना है। पार्टी ने इसकी शुरुआत उत्तर प्रदेश के देवबंद से की थी। देवबंद को इसलिए चुना गया क्योंकि इस्लामिक शिक्षा के लिहाज से वो बड़ा केंद्र है। पार्टी को भी पता है कि अगर देवबंद से इस अभियान को ज्यादा से ज्यादा मुसलमानों तक पहुंचाया जाए तो फायदा पार्टी को ही होगा। मोदी मित्र अभियान को इसी साल 29 अप्रैल को लॉन्च किया गया था।