नितिन मिश्रा, RAIPUR. छत्तीसगढ़ की राजधानी में पश्चिम विधानसभा के कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट का घेराव किया है। लेकिन कार्यकर्ता बिना ज्ञापन दिए ही कलेक्ट्रेट से वापस लौट आए। पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने कहा कि यह प्रशासन इस लायक नहीं की इनको लिखित में ज्ञापन सौंपा जाए। ।
बिना ज्ञापन दिए लौटे कार्यकर्ता
विधानसभा चुनाव को लेकर कुछ ही महीनों का वक्त शेष बचा है। ऐसे में भारतीय जनता पार्टी रायपुर शहर की समस्याओं को लेकर बड़ा प्रदर्शन कर रही है। मंगलवार 25 जुलाई को पूर्व मंत्री राजेश मूणत सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ स्थानीय मुद्दों को लेकर कलेक्ट्रेट का घेराव करने पहुंचे। राजेश मूणत ज्ञापन देने तो जरूर पहुंचे थे। लेकिन उन्होंने एसडीएम को ज्ञापन नहीं सौंपा। राजेश मूणत ने कहा कि ये सरकार की मानसिकता ही नहीं है कि जनता की समस्या हल कर सके। हमने पहले भी ज्ञापन दिया था। उस पर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। प्रशासन इस लायक ही नहीं है कि लिखित में उसे ज्ञापन सौंपा जाए। हम ज्ञापन नहीं सौंपेंगे अपना ज्ञापन राज्यपाल को कुरियर कर देंगे।
अधिकारियों पर भड़के मंत्री
पूर्व मंत्री राजेश मूणत अधिकारियों पर भड़कते हुए नजर आए। मूणत अधिकारियों कह रहे थे। कि यह 4 दिन की सरकार है चाहे एजाज ढेबर हो चाहे कोई। तुम्हारे थाने से अपराधी उठा कर ले गया क्या कर लिए साहब। बहुत मर्दानगी है तो दिखा लिए होते वहां। ना मै सट्टा खिलाता हूं, ना जुआ खिलाता हूं, ना नशा करता हूं। इतना घूर के मत देखो मैं डरने वाला नहीं हूं।
स्थानीय मुद्दों को लेकर विरोध करने पहुंचे
बीजेपी कार्यकर्ता और स्थानीय नागरिक इस घेराव में पट्टे की मांग , प्रधानमंत्री आवास के वंचित हितग्राही , वृद्धा पेंशन , बिजली बिल हाफ का झूठा वादा , अपराध का बढ़ता ग्राफ , नशा माफिया , भू माफिया पर किसी प्रकार की कार्यवाही नही , संपत्ति कर माफ का झूठा सगूफा , माताओं बहनों से शराबबंदी का झूठा वादा करके हर क्षेत्र में अहाते खुलवा कर हर क्षेत्र का माहौल ही खराब कर दिया गया है। इन मांगो को लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे थे