गंगेश द्विवेदी, RAIPUR. छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा सहित अन्य वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ बयानबाजी कांग्रेस के दो पूर्व विधायकों को महंगी पड़ी। बयानबाजी को लेकर कांग्रेस ने गंभीरता दिखाते हुए पूर्व विधायक बृहस्पत सिंह और विनय जायसवाल को 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है। दोनों पूर्व विधायकों ने कांग्रेस की हार के बाद पार्टी के नेताओं के ऊपर आरोप लगाए थे। इसको लेकर कांग्रेस ने उन्हें कारण बताओ नोटिस भी जारी किया था। इसके बाद अब उन्हें पार्टी ने बाहर का रास्ता दिखा दिया है।
बृहस्पत ने कुमारी सैलजा और सिंहदेव पर लगाए थे आरोप
रामानुजगंज से कांग्रेस के पूर्व विधायक बृहस्पत सिंह ने प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा और पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव पर गंभीर आरोप लगाए थे। बृहस्पत ने कुमारी सैलजा पर टीएस सिंहदेव को हीरो की तरह प्रमोट करने की कोशिश करने का आरोप लगाया था। वहीं सिंहदेव पर साल भर पहले अमित शाह से मिलने के बाद लगातार पार्टी के खिलाफ बयान देने का आरोप लगाया था। बृहस्पत को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था, जिसके जवाब में उन्होंने दोनों नेताओं को हार के लिए जिम्मेदार ठहरा दिया था।
चंदन यादव पर लगाया था पैसे लेने का आरोप
कांग्रेस ने पूर्व विधायक विनय जायसवाल ने प्रभारी सचिव चंदन यादव पर पैसे लेने का आरोप लगाया था। आरोपों के बाद पार्टी ने उन्हें नोटिस जारी कर 24 घंटे के भीतर जवाब मांगा था। विनय मनेंद्रगढ़ से विधायक थे । पार्टी ने इस बार जिन 22 विधायकों का टिकट काटा उनमें विनय का नाम भी शामिल था। चुनाव के वक्त भी उन पर पार्टी के खिलाफ काम करने का आरोप लगा था। विनय जायसवाल ने एक निजी चैनल पर कहा था कि उन्होंने करीब 7 लाख रुपए चंदन यादव को शहर के एक निजी होटल पर दिए थे। उन्हें ये नहीं पता कि पैसे कहां यूज हुए। उन्होंने ये पैसे पार्टी के लिए दिए थे।
विनय जायसवाल के घर पर बैठक, दिल्ली में शिकायत की तैयारी
इधर, हार को लेकर विनय जायसवाल के घर पर पूर्व विधायकों की मीटिंग हुई। जिसमें बृहस्पत सिंह के साथ बस्तर और अन्य क्षेत्रों के 15 से ज्यादा पूर्व विधायक इकट्ठा हुए। हार के लिए जिम्मेदार लोगों की सूची और कारण बनाकर दिल्ली में सौंपने की तैयारी की गई। बैठक में शामिल होने आए विधायकों का कहना है कि किस सर्वे के आधार पर हमारा टिकट काटा गया यह बताया जाए। हम भी उस एजेंसी को खोज रहे हैं। और टिकट काटने के बाद भी परिणाम क्या रहे ये भी देखा जाए। इस बैठक में बृहस्पति सिंह, शिशुपाल सोरी, पद्मा मनहर, मोतीलाल देवांगन, चंद्रदेव राय, ममता चंद्राकर, अनीता शर्मा, चुन्नीलाल साहू, भुवनेश्वर बघेल समेत कई पूर्व विधायक मौजूद रहे।