Delhi. बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पं. धीरेंद्र शास्त्री अक्सर विवादों में रहते हैं, लेकिन इस बार उनकी कथा को लेकर सरकार अपने एक फैसले को लेकर कठघरे में खड़ी हो चुकी है। दरअसल दिल्ली में 5 जुलाई से धीरेंद्र शास्त्री हनुमंत कथा कर रहे हैं। इस आयोजन में लाखों लोगों की भीड़ जुटाने का जिम्मा खुद केंद्र सरकार ने ले रखा है। यही कारण है कि दिल्ली के सभी सीबीएसई स्कूलों को यह निर्देश दिए गए कि वे अपनी बसों को श्रद्धालुओं को लाने-ले जाने के लिए मुहैया कराएं। आदेश केंद्र सरकार का है, लिहाजा स्कूलों ने अभिभावकों को यह मैसेज भेज दिया कि इन दिनों अभिभावक अपने वाहनों से बच्चों को स्कूल पहुंचाएं।
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अभिभावक दे रहे कड़ी प्रतिक्रिया
सरकार के इस फैसले से दिल्ली के उन अभिभावकों में नाराजगी है जिनके बच्चे सीबीएसई स्कूलों में पढ़ रहे हैं। अभिभावक अपनी भड़ास सोशल मीडिया पर निकाल रहे हैं। सौरभ गुप्ता नाम के शख्स ने ट्विटर पर अपनी भड़ास निकाली। उन्होंने लिखा कि बच्चों का भविष्य जाए भाड़ में, क्यूंकि देश में अंधभक्ति की आंधी चल रही है तभी तो यहां स्कूल से ज्यादा जरूरी धर्म के नाम पर होने वाली कथा है। केंद्र सरकार की ओर से दिल्ली के सभी सीबीएसई स्कूल को आदेश दिये गये है कि वो 5-8 जुलाई को धीरेन्द्रशास्त्री की हनुमान कथा के लिए 1 लाख लोगों को लाने के लिए बसों का इन्तेजाम करें। जिसके चलते स्कूल प्रबंधन की ओर से बच्चों के अभिभावकों को मैसेज कर के सूचित किया गया है कि इस दौरान वो बच्चों को स्कूल अपने वाहन या अन्य साधन से पहुंचाये।