GUNA. बीजेपी में अब एक पार्टी वाले की एक- दूसरे के दुश्मन बन रहे हैं। विधानसभा चुनाव में हार की रंजिश के मामले अब सामने आने लगे हैं। इसी क्रम में गुना में बीजेपी के जिला उपाध्यक्ष हीरेंद्र सिंह उर्फ बंटी बना और उनके समर्थकों पर सिटी कोतवाली में FIR हुई है। उन पर पार्टी के की उपाध्यक्ष और यादव महासभा के कार्यकारी प्रदेशाध्यक्ष आरएन यादव को धमकाने और सीएम डॉ. मोहन यादव के खिलाफ नारेबाजी करने के आरोप हैं।
हीरेंद्र सिंह उर्फ बंटी बना BJP की ओर से राघोगढ़ सीट से विधानसभा चुनाव लड़े थे। जयवर्धन सिंह से उन्हें हार का सामना करना पड़ा।
'तुम UP के ग्वाल हो, वहीं जाओ'
जानकारी के मुताबिक बंटी बना की मौजूदगी में उनके समर्थकों ने यादव के घर पर तोड़फोड़ की। इस पूरे विवाद की यादव ने कॉल रिकॉर्डिंग और CCTV फुटेज भी जारी किए थे। कॉल रिकॉर्डिंग में बंटी बना, आरएन यादव को कहते सुनाई दे रहे हैं, 'तुमने मेरा चुनाव में विरोध क्यों किया? तुम UP के ग्वाल हो, वहीं जाओ।'
शिकायत में यह बताया
यादव ने घटना के अगले 30 दिसंबर को इसकी शिकायत कोतवाली में दर्ज कराई थी। जांच के बाद 5 लोगों पर नामजद केस हुआ है। FIR के मुताबिक, घटना 29 दिसंबर की रात 10.17 बजे की है। बंटी बना अपने 10-15 साथियों के साथ आए। वे पिस्तौल, बंदूक और धारदार हथियार लिए हुए थे। घर पर डंडे और पत्थरों से हमला किया। नेम प्लेट तोड़ दी। अंदर घुसकर भी तोड़फोड़ की। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव मुर्दाबाद के नारे लगाए और यादवों को अपशब्द कहे।
विधानसभा चुनाव में मिली हार को लेकर विवाद
बीजेपी नेता और अखिल भारत वर्षीय यादव महासभा के कार्यकारी प्रदेशाध्यक्ष आरएन यादव गुना शहर की भार्गव कॉलोनी में रहते हैं। वह मूल रूप से उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं, लेकिन पिछले 30 साल से मध्यप्रदेश में रह रहे हैं। उनके पास 29 दिसंबर की रात बंटी बना का कॉल आया। विवाद विधानसभा चुनाव में मिली हार को लेकर है।
फोन पर मिली धमकी की रिकॉर्डिंग
फोन करने वाला: आरएन यादव जी बोल रहे हैं?
आरएन यादव: बिल्कुल।
फोन करने वाला: भैया, शिब्बू बोल रहा हूं पिलाघाटा हाउस से, बना जी बात करेंगे, बंटी बना जी, बात कर लें आप...।
आरएन यादव: करा दीजिए।
बंटी बना: हैलो, आरएन...
आरएन यादव: राधे-राधे।
बंटी बना: राधे-राधे, यार ये बताओ आरएन यादव, तुम को घमंड किस बात का है?
आरएन यादव: किसलिए?
बंटी बना: तुमने पूरे चुनाव में मेरा विरोध क्यों किया?
आरएन यादव: कहां पर किया, मैं तो खुद गया था चुनाव प्रचार करने, सिंगल व्यक्ति बता दो आप तो...
बंटी बना: थोड़ा धीरे तो बात कर, इतना गुस्से में क्यों बात कर रहे हो?
आरएन यादव: तो भैया, सिंगल व्यक्ति तो बता दो न, जिसको मैंने ये बोला हो...
बंटी बना: मेरे पास तो बहुत सारी चीजें हैं, बहुत सारे रिकॉर्ड हैं।
आरएन यादव: नहीं, नहीं। सिंगल व्यक्ति तो बता दो, मेरे को जिन्होंने भेजा था संघ से...
बंटी बना: और तुम चुनाव में बीच में मुझसे ये उम्मीद कर रहे थे कि जब तुम टिकट मांग रहे थे और बाद में बंटी बना जी आकर तुमसे ये कहें कि मेरा प्रचार करो। ये तुमने गलतफहमी पाल ली थी।
आरएन यादव: मैं किसी से नहीं मांग रहा था। मैं तो संगठन का आदमी हूं। संगठन जहां कहेगा, वहां जाऊंगा।
बंटी बना: सुनो, सुनो मेरी बात, तुम उम्मीद कर रहे थे कि मैं हाथ जोड़ूं तुम्हारे आकर...
आरएन यादव: मेरे कोई हाथ नहीं जोड़े। मैं संगठन का आदमी हूं। संगठन कहेगा, वहां जाता हूं।
बंटी बना: यार तुम यूपी के रहने वाले हो। राघोगढ़ में क्यों ऐसी-**# करा रहे हो। तुम यूपी में देखो न अपना संगठन।
आरएन यादव: किसलिए देखो यूपी में, मध्यप्रदेश का हूं मैं, 30 वर्षों से यहां हूं।
बंटी बना: तुम तो ग्वाल हो यूपी के...
आरएन यादव: अरे मैं तो कुछ भी हूं, शुद्ध ठाकुर हूं, शुद्ध यादव हूं।
बंटी बना: अच्छा...
आरएन यादव: यस...
बंटी बना: आरएन.... (इसके बाद कॉल कट जाता है)
कॉल करने के बाद घर पहुंचकर हमला
कॉल करने के कुछ देर बाद बंटी बना अपने कुछ समर्थकों के साथ आरएन यादव के घर पहुंच गए। आवाज लगाकर आरएन यादव को बुलाने का प्रयास किया, लेकिन वे बाहर नहीं निकले। इस पर से बंटी बना के साथ रहे कुछ युवाओं ने आक्रोश जताते हुए निवास पर हंगामा कर दिया। कुछ देर रुकने के बाद सभी लोग चले गए।
बंटी बना ने दी थी सफाई, कहा- समर्थकों को लेने गया था
मामला सामने आने के बाद बीजेपी उपाध्यक्ष हीरेंद्र सिंह भी सामने आए थे। उन्होंने अपनी सफाई में कहा था, 'टिकट मांगना सभी का हक है। टिकट किसी एक को ही दिया जा सकता है। जिसे टिकट मिले, बाकी सभी को उसके लिए काम करना चाहिए। मेरी जानकारी में आया था कि आरएन यादव ने पार्टी प्रत्याशी के खिलाफ काम किया।'
बंटी बना ने कहा, 'आरएन यादव से फोन पर बातचीत कुछ कार्यकर्ताओं ने सुन ली थी। मुझे कर्मचारी ने बताया कि समर्थक, यादव के घर जाने की बात कर रहे थे। इसके बाद मैं अपने ड्राइवर और कर्मचारी को लेकर यादव के घर पहुंचा। समर्थकों को समझाकर वापस ले आया।' वायरल ऑडियो के बारे में उन्होंने कहा था, 'ऑडियो के साथ छेड़छाड़ की गई है।'
बंटी बना पहले दिग्विजय के थे खास
बंटी बना, पूर्व विधायक स्वर्गीय मूल सिंह दादाभाई के पुत्र हैं। पहले ये पूर्व सीएम दिग्विजय के करीब थे। 2021 में बीजेपी में शामिल हो गए। बीजेपी ने 2023 के विधानसभा चुनाव में उन्हें राघोगढ़ विधानसभा से प्रत्याशी बनाया। यह चुनाव वह महज 4505 वोट से हार गए। यह पहला चुनाव था जब दिग्विजय सिंह के बेटे जयवर्धन सिंह को इतनी कड़ी टक्कर का सामना करना पड़ा। बंटी बना चुनाव के बाद से यह आरोप लगाते रहे हैं कि पार्टी के ही कुछ नेताओं ने उनके खिलाफ प्रचार किया। इस कारण उन्हें चुनाव में हार मिली।