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JABALPUR. जबलपुर में CGST के रिश्वतखोर अधिकारियों के खिलाफ CBI ने बड़ी कार्रवाई की है। CBI ने सेंट्रल गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स के अधीक्षक कपिल कांबले और 4 अन्य अधिकारियों के घरों और ऑफिस से छापामार कार्रवाई करते हुए 83 लाख 26 हजार कैश बरामद किया है। जबलपुर CBI ने मंगलवार की शाम को अधीक्षक और चार बड़े अफसरों को दफ्तर में 7 लाख की घूस लेते रंगे हाथ पकड़ा था। मामले में कांबले के अलावा CGST अधीक्षक सौमेन गोस्वामी, इंस्पेक्टर विकास गुप्ता, प्रदीप हजारी, वीरेंद्र जैन भी आरोपी हैं। CBI ने यह कार्रवाई कारोबारी की शिकायत पर की है।
रिश्वतखोर अफसरों से 83.26 लाख कैश बरामद
जबलपुर CGST दफ्तर में CBI की कार्रवाई मंगलवार की शाम से लेकर बुधवार तड़के 3 बजे तक चली। CBI को कांबले के रांझी वाले घर से 3 लाख रुपए मिले हैं। इंस्पेक्टर प्रदीप हजारी के घर से 41 लाख रुपए उसके ऑफिस केबिन से 16 लाख 88 हजार रुपए बरामद किए गए। इंस्पेक्टर विकास गुप्ता के घर से 18 लाख 29 हजार रुपए, उसके ऑफिस से 1 लाख 50 हजार रुपए बरामद किए गए। इसके साथ ही इंस्पेक्टर वीरेंद्र जैन के ऑफिस केबिन से 2 लाख 60 हजार रुपए मिले है। CBI की जांच में सामने आया कि अधीक्षक समेत इन अधिकारियों ने अपने घरों में 62 लाख 29 और ऑफिस में 20 लाख 97 हजार हजार रुपए जमा कर रखे थे।
क्या है पूरा मामला
मामला नोहटा की पान मसाला फैक्ट्री गोपन तंबाकू प्रोडक्ट प्राइवेट लिमिटेड से जुड़ा है। इस पान मसाला फैक्ट्री पर CGST के अफसरों ने 18 मई को छापामार कार्रवाई करते हुए सीज कर दिया था। इस फैक्ट्री को रिलीज करने के एवज में इन अधिकारियों ने एक करोड़ रुपए की रिश्वत मांगी। कंपनी के मैनेजर भागीरथ राय और गिरिराज विजय ने CBI जबलपुर के SP रिचपाल सिंह से शिकायत की थी कि अधीक्षक कांबले ने कारखाना परिसर का रिलीज ऑर्डर जारी करने के लिए 1 करोड़ की रिश्वत की मांग की थी। जिसके बाद में 35 लाख में सौदा तय हुआ था। इसमें से 25 लाख रूपए कांबले ले चुका था। भागीरथ ने बची हुई राशि देने के लिए कुछ दिन की मोहलत मांगी थी। 10 जून की रात अधीक्षक ने गिरिराज को कॉल करके बचे हुए 10 लाख रूपए देने के लिए कहा। साथ ही पैसा नहीं देने पर मशीनरी नीलामी कर देने की चेतावनी दी। जिसके बाद बड़े आग्रह पर 10 लाख की रकम में छूट देते हुई 7 लाख का भुगतान करने कहा गया था। मामले में पान मसाला कारोबारी त्रिलोकचंद की शिकायत के बाद CBI ने अधिकारी को 7 लाख की घूस लेते हुए पकड़ा था।
वॉट्सऐप काल पर हुई बातचीत में तय की रिश्वत की रकम
3 जून 2023 को फैक्ट्री मैनेजर भागीरथ राय और गिरिराज विजय फिर से CGST ऑफिस पहुंचे थे। दोनों ने बताया कि ऑफिस में कपिल कांबले से उनकी मुलाकात हुई थी। कांबले ने कारखाने के रिलीज ऑर्डर जारी करने के लिए 1 करोड़ रुपए की रिश्वत मांगी। रिश्वत में मांगी गई रकम बहुत ज्यादा होने पर दोनों मैनेजर ने मालिक से बात की और सारी बात बताई। मालिक त्रिकलोकचंद ने अधिकारी से बात करना चाही, बात नहीं हुई। भागीरथ ने बताया, कांबले के ड्राइवर ने 4 जून को वॉट्सऐप काल पर बात की और जबलपुर आने को कहा। वॉट्सऐप काल पर ही रिश्वत की रकम एक करोड़ से धीरे-धीरे कम होकर 35 लाख तय हो गई। 5 जून 2023 को त्रिलोकचंद सेन के मैनेजर भागीरथ राय और गिरिराज विजय ने 25 लाख रुपए कपिल कांबले को उनके कार्यालय में दिए थे और बाकी के 10 लाख के लिए देने के लिए समय मांगा था।
कार्रवाई में नागपुर CBI ने की मदद
पान मसाला कारोबारी त्रिलोकचंद सेन के मैनेजर ने 12 जून को जबलपुर में CBI को लिखित शिकायत की थी। त्रिलोकचंद सेन ने बताया था कि उन्हें CGST के अधिकारी लगातार परेशान कर रहे है। बार बार रिश्ववत के लिए फोन आने से कई बार आत्महत्या करने तक का दिमाग में आया। इसके बाद में खुद को संभालाते हुए बाजार से कर्ज लेकर रिश्वत के 25 लाख रुपए दिए। मामले में शिकायत के बाद CBI जबलपुर के SP ने नागपुर से CBI की टीम बुलवाई। और कपिल कांबले और उनके तीन इंस्पेक्टर को ऑफिस में रिश्वत के 7 लाख रुपए के साथ गिरफ्तार किया। CBI की पूछताछ में और भी कई अहम खुलासे हो सकते हैं।