RAIPUR. छत्तीसगढ़ में एक बार फिर नक्सलियों ने जवानों को निशाना बनाया। बीजापुर में 5 जून को आईईडी ब्लास्ट की चपेट में आने से केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के तीन जवान घायल हो गए। इनमें से एक जवान की हालत गंभीर है। तीनों जवानों को पहले जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। उनकी हालत देखकर बेहतर इलाज के लिए रायपुर एयरलिफ्ट करने की तैयारी है। वारदात गंगालूर थाना क्षेत्र में हुई है।
टेकामेटा पहाड़ी के पास ब्लास्ट
पुलिस अफसरों के मुताबिक, पुसनार से सीआरपीएफ की 222वीं और 85वीं बटालियन के जवान 5 जून की सुबह एरिया डॉमिनेशन के लिए निकले थे। जवान गंगालूर की तरफ बढ़ रहे थे, इसी दौरान सुबह करीब 10.30 बजे टेकामेटा पहाड़ी के पास नक्सलियों ने आईईडी ब्लास्ट कर दिया। इसकी चपेट में आकर 222वीं बटालियन का जवान विशाल, 85वीं बटालियन का जवान रिफान साहू और अमित कुमार जख्मी हो गए।
घायल जवानों में विशाल के हाथ-पैर और अंदरूनी चोटें आई हैं। वहीं, रिफान साहू के गले और अंदरूनी चोट लगी। 85वीं बटालियन के अमित कुमार गंभीर रूप से घायल हैं। ब्लास्ट के चलते उनका पैर बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है। इसके अलावा सीने में और अंदरूनी चोटें भी आईं। तीनों जवानों को प्राथमिक उपचार के बाद रायपुर रैफर किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि नक्सलियों ने पहले से ही आईईडी प्लांट कर रखा था।
बीजापुर में बड़ी घटना टली थी
20 अप्रैल को बीजापुर जिले में बड़ी घटना होते-होते टल गई थी। नक्सलियों ने जवानों को निशाना बनाने के लिए आईईडी बम प्लांट किया था। बीजापुर थाने के नेलसनार से पुलिस बल एरिया डॉमिनेशन पर निकला था। इस दौरान जवानों ने ग्राम बांगापाल से तीन किलोमीटर पहले ही आईईडी बम को डिटेक्ट कर लिया। आईईडी बम मिलने के बाद सभी को अलर्ट कर दिया गया और फिर आईईडी निष्क्रिय किया गया।
दंतेवाड़ा में हुई थी बड़ी घटना
बस्तर के दंतेवाड़ा में 26 अप्रैल को नक्सलियों ने बड़ी वारदात को अंजाम दिया था। जवानों से भरी पिकअप वैन को आईईडी ब्लास्ट कर उड़ा दिया था। इस घटना में डीआरजी के 10 जवान शहीद हो गए थे। वाहन के ड्राइवर की भी मौत हो गई थी। नक्सलियों ने इस घटना को तब अंजाम दिया था, जब दंतेवाड़ा से जवानों की एक टीम एंटी नक्सल ऑपरेशन के लिए निकली हुई थी।