Ujjain. देवाधिदेव महादेव के पसंदीदा मास श्रावण को देखते हुए उज्जैन के महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में विशेष व्यवस्थाएं मंदिर समिति की ओर से रखी गई हैं। इस साल श्रावण मास 60 दिनों का रहने वाला है। लिहाजा भक्तों की भीड़ को देखते हुए कुछ निर्णय लिए गए हैं। जिनके तहत 4 जुलाई से मंदिर के गर्भगृह में आम लोगों को एंट्री नहीं दी जाएगी। हालांकि स्थानीय लोगों को 11 जुलाई से आधार कार्ड दिखाकर अलग द्वार से प्रवेश दिए जाने को स्वीकृति दी गई है। वहीं कांवड़ यात्री मंगलवार से शुक्रवार तक जलाभिषेक के लिए गेट नंबर 1 और 4 से मंदिर में प्रवेश कर सकेंगे।
महाकाल लोक में नहीं एंट्री फीस
श्रावण मास में महाकाल लोक में प्रवेश के लिए कोई शुल्क नहीं लगाया गया है, लेकिन मंदिर क्षेत्र को नो व्हीकल जोन में तब्दील किया जाएगा। इसके साथ ही महाकाल को लगने वाले भोग लड्डू प्रसाद के दामों में 40 रुपए प्रतिकिलो की दर से इजाफा किया गया है। रविवार को कलेक्टर कुमार पुरूषोत्तम की अध्यक्षता में मंदिर कमेटी की बैठक में ये फैसले लिए गए हैं।
प्रसाद पर महंगाई का असर
इधर महाकाल मंदिर में भोलेनाथ को चढ़ने वाले लड्डू प्रसाद के दामों में इजाफा कर दिया गया है। अभी तक 360 रुपए प्रतिकिलो मिलने वाला लड्डू प्रसाद अब 400 रुपए किलो की दर से मिलेगा। श्रावण मास की शुरूआत से पहले ही यह कीमतें प्रभावी हो जाएंगी।
8 जुलाई से 9 सितंबर तक रहेगा श्रावण मास
प्रबंध समिति ने 8 जुलाई से श्रावण महोत्सव का भी आयोजन रखा है, शनिवार को आयोजित कार्यक्रम में कलाकार 30 प्रस्तुतियां देंगे, जिसमें राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय कलाकारों के साथ-साथ स्थानीय प्रतिभाओं को भी मंच प्रदान किया जाएगा।
बिना पंजीयन कर सकेंगे भस्म आरती दर्शन
मंदिर समिति ने व्यवस्था हेतु बुलाई मीटिंग तय किया है कि सामान्य श्रद्धालुओं को महाकाल लोक से प्रवेश दिया जाएगा, जो टनल और उसकी छत से कार्तिकेय मंडपम पहुंचेंगे। इसके अलावा शीघ्र दर्शन व्यवस्था में बड़े गणेश मंदिर के सामने गेट नंबर 4 से प्रवेश दिया जाएगा। वीआईपी श्रद्धालुओं के लिए गेट नंबर 1 से प्रवेश रखा गया है। इसके अलावा भस्म आरती के दर्शन के लिए आम श्रद्धालुओं को पंजीयन अनिवार्य नहीं रहेगा।