BHOPAL. नए साल के शुरुआत में मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क से खुशखबरी आई है। कूनो पार्क में नामीबिया से आई मादा चीता आशा ने 3 शावकों को जन्म दिया है। तीनों शावक स्वस्थ बताए जा रहे हैं। डीएफओ थिरुकुराल आर ने इसकी पुष्टि की है। कूनो से नन्हें शावकों की तस्वीरें भी सामने आ गई हैं। चीतों के जन्म को लेकर केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेन्द्र यादव ने प्रोजेक्ट की बड़ी सफलता करार दिया। इसके साथ ही एमपी के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव ने भी इस पर खुशी जताई है।
केंद्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव ने की पोस्ट
शावकों के जन्म को लेकर केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेन्द्र यादव ने X पर पोस्ट किया। केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कूनो नेशनल पार्क में जन्में चीते के तीनों शावकों का एक वीडियो भी शेयर किया है। इसमें तीनों शावक स्वस्थ नजर आ रहे हैं और उन्हें चहलकदमी करते भी देखा जा सकता है।
उन्होंने कहा कि नामीबियाई चीता आशा ने श्योपुर जिले में स्थित कुनो नेशनल पार्क (केएनपी) में तीन शावकों को जन्म दिया है। उन्होंने इस डवलपमेंट को प्रोजेक्ट की बड़ी सफलता करार दिया। केंद्रीय मंत्री ने पोस्ट में कहा कि परियोजना में शामिल सभी विशेषज्ञों, कूनो वन्यजीव अधिकारियों और भारत भर के वन्यजीव प्रेमियों को मेरी ओर से बहुत-बहुत बधाई। उन्होंने इसे 'पारिस्थितिकी संतुलन को बहाल करने के लिए PM मोदी द्वारा परिकल्पित प्रोजेक्ट चीता के लिए एक बड़ी सफलता' करार दिया।
पीएम ने किया था प्रोजेक्ट चीता का उद्घाटन
बता दे कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साल 2022 में 17 सितंबर को मध्यप्रदेश के कूनो राष्ट्रीय उद्यान में नामीबिया से लाए गए चीतों के एक समूह को बाड़े में छोड़कर भारत में प्रोजेक्ट चीता का उद्घाटन किया था। भारत में चीतों को बसाने के लिए शुरू किए गए चीता प्रोजेक्ट के तहत कुल 20 चीते लाए गए थे।
वर्तमान में कूनो नेशनल पार्क में 14 वयस्क और चार शावक मौजूद है। इनमें 7 नर चीते गौरव, शौर्य, वायु, अग्नि, पवन, प्रभाष और पावक शामिल हैं, जबकि 7 मादा चीतों में आशा, गामिनी, नाभा, धीरा, ज्वाला, निरवा और वीरा शामिल हैं। अभी केवल दो चीते ही खुले जंगल में मौजूद हैं, जो भ्रमण के लिए आने वाले पर्यटकों को दिख सकते हैं, जबकि शेष सभी चीते अभी बड़े बाड़े में ही रखे गए हैं। बता दें इसके पहले मादा चीता सियाया ने चार बच्चों को जन्म दिया था।