Raipur. बुधवार को छत्तीसगढ़ सरकार ने पटवारियों की हड़ताल सख्त होते हुए एस्मा लगाया है। लेकिन शासन के रोक के बाद भी राजस्व पटवारी संघ का प्रदर्शन जारी रायपुर में जारी है। पटवारी संघ ने एस्मा आदेश की कॉपी जलाकर विरोध जताया है। पटवारियों का कहना है कि शासन द्वारा एस्मा लगाए जाना तुगलकी फरमान है। पटवारी संघ ने यह भी कहा है कि गिरफ्तार करें.. बर्खास्त करें.. कोई परवाह नहीं है। जायज मांगों को लेकर आंदोलन जारी रहेगा, सरकार ने बातचीत की पहल नहीं की है। सीधे एस्मा लगाना सरकार की तानाशाही है। जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं होती तब तक यह प्रदेशन जारी रहेगा।
24 दिन से पटवारी हड़ताल पर
छत्तीसगढ़ पटवारी संघ कई मांगों को लेकर हड़ताल पर है और इन्होंने आगे भी ये हड़ताल जारी रखने की ठान ली है। इससे लोगों को काफी परेशानियां हो रही है। पटवारी के हड़ताल में होने की वजह से लोग अपने कामों को पूरा करने में परेशान हो रहे है। संघ के पदाधिकारियों का कहना है कि वह लगातार वेतन बढ़ाने, वरिष्ठता के आधार पर पदोन्नति,समेत कई अन्य की मांग कर रहे हैं। लेकिन उनकी मांगें अभी तक पूरी नहीं हुई है। इस कारण वह हड़ताल कर रहे है। बता दें, इस वक्त राज्य में स्कूल,कॉलेजों में एडमिशन से लेकर भर्तियां चल रही हैं। इस वजह से कुछ डॉक्यूमेंट प्रोसेस के लिए लोगों को पटवारियों के पास जाना होता है, लेकिन पटवारियों की हड़ताल की वजह से उनका काम नहीं हो पा रहा है। लोगों के कई जरूरी काम बुरी तरह से प्रभावित हो रहे हैं।
इन आठ सूत्रीय मांगों को लेकर हड़ताल जारी
पटवारियों के वेतन में बढ़ोत्तरी
वरिष्ठता के आधार पर पदोन्नति
कार्यालय, संसाधन और भत्ते दिए जाए
स्टेशनरी का भत्ता दिया जाए
अन्य हल्के का अतिरिक्त प्रभार मिलने पर भत्ता
पटवारी भर्ती के लिए योग्यता स्नातक करना
मुख्यालय निवास की बाध्यता समाप्त की जाए
बिना विभागीय जांच के पटवारियों पर एफआईआर दर्ज ना की जाए